लखनऊ नगर निगम के जोनल बनने आए थे, बन गए पूरे नगर के महापति!”
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने PCS अफसरों को सौंपे अहम जिम्मेदारियां, बने 110 वार्डों के 'महापति' प्रवर्तन से लेकर संपत्ति और कंट्रोल रूम तक नए अधिकारियों को सौंपी गई बड़ी ज़िम्मेदारियां

रितेश श्रीवास्तव-ऋतुराज
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने PCS अफसरों को सौंपे अहम जिम्मेदारियां, बने 110 वार्डों के ‘महापति’
प्रवर्तन से लेकर संपत्ति और कंट्रोल रूम तक नए अधिकारियों को सौंपी गई बड़ी ज़िम्मेदारियां
लखनऊ।
लखनऊ नगर निगम में प्रशासनिक मजबूती और कार्यप्रणाली में तेजी लाने के उद्देश्य से नगर आयुक्त गौरव कुमार ने नव नियुक्त पीसीएस अधिकारियों को महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सौंपी है। जोंनल अधिकारी बनने के इरादे से आए इन अधिकारियों को अब 110 वार्डों की व्यवस्था संभालने वाले प्रमुख प्रभारी अधिकारी बना दिया गया है।
जिम्मेदारियों का बंटवारा इस प्रकार किया गया है:
🔹 विनीत कुमार सिंह (सहायक नगर आयुक्त)
प्रभारी विभाग:
- प्रवर्तन
- ईटीएफ (Enforcement Task Force)
- प्रचार
- पार्किंग
- यातायात
- फेरी नीति
➡️ शहर की सड़कों पर अतिक्रमण हटाने, प्रचार सामग्री के नियमन, और फेरी नीति के प्रभावी क्रियान्वयन की जिम्मेदारी अब इनके कंधों पर है।
🔹 रामेश्वर प्रसाद (सहायक नगर आयुक्त)
प्रभारी विभाग:
- संपत्ति विभाग
➡️ नगर निगम की चल-अचल संपत्तियों की निगरानी, किराया वसूली, और अवैध कब्जों पर कार्रवाई के अहम कार्य सौंपे गए हैं।
🔹 विकास सिंह
प्रभारी विभाग:
- अधिष्ठान
- उद्यान
- आईजीआरएस
- 311 ऐप
- डीसीसीसी (डिजास्टर कंट्रोल कमांड सेंटर)
- कंट्रोल रूम
- समिति विभाग
➡️ जन शिकायत निवारण (IGRS, 311 App), नगर निगम उद्यानों का रख-रखाव, डिजास्टर मैनेजमेंट और समिति से जुड़े प्रशासनिक कार्य इन्हें सौंपे गए हैं।
🗣️ “जोनल बनने आए थे, बन गए पूरे नगर के महापति!”
नवीन जिम्मेदारियों के साथ ये अफसर अब सिर्फ ज़ोन के नहीं बल्कि पूरे शहर के प्रमुख फैसलों और क्रियान्वयन के केंद्र में हैं। इसे लेकर निगम के अंदरखाने में चर्चा जोरों पर है कि “जो अधिकारी सिर्फ एक ज़ोन के प्रभारी बनने की मंशा से आए थे, उन्हें पूरे नगर निगम के रणनीतिक विभागों की कमान मिल गई।”
📌 नगर आयुक्त की रणनीति:
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने यह जिम्मेदारियां कार्यकुशलता, तत्परता और जनता से संवाद को प्राथमिकता देने वाले अधिकारियों को सौंपी हैं। उनका उद्देश्य नगर निगम की सेवाओं को आधुनिक, पारदर्शी और जवाबदेह बनाना है।
📍 निगम सूत्रों की मानें तो इस बदलाव से कुछ अधिकारी सकते में आ गए है मानो विभाग नही जमीन का बंटवारा हो गया हो और किसी के हिस्से में जाम आया तो किसी के हिस्से में मुकाम- हलाकि कुछ जोंनल की कुर्सी बचने से खुशी की लहर भी देखी जा रही है।
👉 अब देखना यह होगा कि ये नव नियुक्त ‘ अधिकारी’ अपने कार्यक्षेत्र में क्या प्रभाव छोड़ते हैं और जनता की उम्मीदों पर कितने खरे उतरते हैं।



