July 4, 2025

एके शर्मा ने सिद्धार्थनगर जनपद के बांसी में आयोजित नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम को किया सम्बोधित

 

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री  एके शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी  के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के लिए आरक्षण विधेयक पास करने का सबसे अच्छा कार्य पहली बार हुआ है। अब महिलाओं को देश की सबसे बड़ी अदालत संसद में 33 प्रतिशत आरक्षण मिलने से महिलाओं की आवाज सुनी जायेगी, उनकी समस्याओं पर चर्चा होगी तथा वे राजनैतिक एवं प्रशासनिक रूप से मजबूत होंगी। उन्होंने कहा कि महिला हितों के लिए यह विधेयक विगत 70 वर्षों से धरातल पर नहीं आ सका। अब सभी राजनैतिक दल इसको पास कराने का दावा कर रहे।

नगर विकास मंत्री  ए0के0 शर्मा आज सिद्धार्थनगर जनपद के रानी लक्ष्मीबाई मैरिज हाल, बांसी में आयोजित नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक को धरातल पर लाने के लिए मोदी जी के हाथों को मजबूत करना होगा, नहीं तो यह विधेयक फिर से आगे 70 वर्षों के लिए ओझल हो जायेगा। उन्होंने कहा कि 128वां संविधान संशोधन कर इस विधेयक को लाया गया। महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण मिलने से अब लोकसभा में 181 सांसद महिला होंगी। अभी संसद में 80 से 82 महिला सांसद ही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2026 तक लोक सभा क्षेत्रों का परिसीमन कर आगामी 2029 के लोक सभा चुनाव में महिलाओं के सीट रिजर्व हो जायेगी। उन्होंने बताया कि जबसे लोकतंत्र के तहत चुनाव शुरू हुए 7500 सांसद अब तक चुने गये जिसमें से मात्र 10 प्रतिशत से भी कम 650 महिला सांसद चुनी गयीं।

 

एके शर्मा ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में हजारों वर्ष से महिलाओं को सम्मान मिल रहा। नवरात्रि के पर्व में मां आदिशक्ति की पूजा नौ दिनों तक की जाती है और इस भावना को कि ‘यत्र नार्यस्तु पूजन्ते, रमन्ते तत्र देवता’ चरितार्थ किया जाता है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने गरीब और महिलाओं की सुख-सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा। उनके लिए आवास की सुविधा, गैस-सिलेण्डर, शौचालय, आयुष्मान कार्ड, मुफ्त राशन आदि की व्यवस्था की। लाखों टन जो राशन पहले सरकारी गोदामों और रेलवे स्टेशन में ही सड़ जाता था अब वह सड़ने से पहले ही गरीब की थाली तक पहुंच रहा है।

 

डुमरियागंज सांसद  जगदम्बिका पाल ने इस अवसर पर कहा कि मोदी जी के नेतृत्व मंे भाजपा महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और स्वाभिमान के लिए कार्य कर रही। नारी अब अबला नहीं रही बल्कि सबला बन चुकी है। प्रधानमंत्री ने भारत की महिलाओं को चहारदीवारी से निकालकर उन्हें लोक सभा और विधान सभा में भागीदार बनाने का मौका दिया है। साथ ही उन्होंने भारतीय संस्कृति को धरातल पर उतारने का कार्य किया है।

 

इस अवसर पर राजा जय प्रताप सिंह, जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता तथा मातृशक्ति उपस्थित रहीं।

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