उत्तर प्रदेश

विधायक की अभद्र भाषा पर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने खोला मोर्चा — मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष को भेजा शिकायत पत्र

विधायक की अभद्र भाषा पर इंजीनियर्स एसोसिएशन का मोर्चा — मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष को भेजा शिकायत पत्र

सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ़ विधानसभा के अपना दल (सोनेलाल) विधायक विनय वर्मा इन दिनों अपने ही शब्दों से घिरते नजर आ रहे हैं। अधिशासी अभियंता के साथ अशोभनीय, अमर्यादित और असंसदीय भाषा का प्रयोग करने के मामले ने अब बड़ा रूप ले लिया है।
अब उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन ने भी विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एसोसिएशन ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर विधायक के व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताई है।


💢 क्या है पूरा मामला

हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों और ठेकेदारों पर भड़कते नजर आए थे।
वीडियो में विधायक अधिकारियों को धमकाते हुए कहते हैं —

“अगर काम में गड़बड़ी की तो नंगा करके चौराहे पर घुमाऊंगा…”

इस बयान ने पूरे विभाग और अभियंता वर्ग में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है।


⚙️ इंजीनियर्स एसोसिएशन की सख्त प्रतिक्रिया

उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन ने इसे “अत्यंत निंदनीय और असंसदीय” बताते हुए कहा है कि इस तरह की भाषा न केवल सरकारी कर्मचारियों के मनोबल को तोड़ती है, बल्कि विधायकों की गरिमा पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है।
एसोसिएशन ने विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में मांग की है कि—

  • मामले की विधानसभा आचार समिति से जांच कराई जाए।
  • अभियंताओं के सम्मान की रक्षा के लिए सख्त कार्रवाई की जाए।

 अपना दल (एस) अध्यक्ष को भी पत्र

एसोसिएशन ने अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी पत्र भेजकर नाराजगी जताई है। पत्र में लिखा गया है कि पार्टी प्रतिनिधियों को ऐसी असंवेदनशील भाषा से बचना चाहिए, जिससे लोकसेवकों की गरिमा आहत होती हो।


 प्रशासनिक हलचल तेज

इस प्रकरण के सामने आने के बाद जिले में प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। विभागीय अधिकारी भी मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं।
वहीं, इंजीनियरों का कहना है कि “अगर ऐसे प्रकरणों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आगे प्रदेशव्यापी आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।”

विकास कार्य की देरी पर भड़के 

विधायक विनय वर्मा का यह वीडियो कुछ दिनों पहले शोहरतगढ़ गेस्ट हाउस का बताया जा रहा है, जहां उन्होंने PWD अधिकारियों को विकास कार्यों में देरी और कथित भ्रष्टाचार के आरोप में फटकार लगाई थी।
वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला सोशल मीडिया से निकलकर अब मुख्यमंत्री कार्यालय और विधानसभा तक पहुंच चुका है।


🗣️ जनता में भी चर्चा

स्थानीय नागरिकों के बीच इस प्रकरण को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग विधायक की “कड़क भाषा” को जनहित की आवाज बता रहे हैं, जबकि अधिकांश का कहना है कि “जनप्रतिनिधियों को मर्यादा में रहकर अपनी बात रखनी चाहिए।”


अब सबकी निगाहें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अगली कार्रवाई पर हैं।
इंजीनियरों का कहना है — “लोकतंत्र में असहमति जताने का अधिकार सभी को है, लेकिन किसी की गरिमा का अपमान नहीं।”


 

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