वर्टिकल व्यवस्था पर अफवाह फैलाने वालों को निगम ने दी चेतावनी
उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा और उच्च गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति

रितेश श्रीवास्तव-ऋतुराज
वर्टिकल व्यवस्था पर अफवाह फैलाने वालों को निगम ने दी चेतावनी
– उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा और उच्च गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति
लखनऊ | 13 नवम्बर 2025
वर्टिकल व्यवस्था को लेकर कुछ संगठनों द्वारा गलत तथ्य देकर अफवाह फैलाने की कोशिश की जा रही है। निगम ने ऐसे लोगों को चेतावनी दी है कि वे भ्रम न फैलाएं। अधिकारियों का कहना है कि वर्टिकल व्यवस्था का मकसद शहरों में बिजली आपूर्ति और उपभोक्ता सेवाओं को बेहतर बनाना है, ताकि लखनऊ समेत मध्यांचल और पश्चिमांचल के शहर भी ग्रेटर नोएडा, आगरा, दिल्ली, अहमदाबाद, सूरत और मुंबई जैसे शहरों की तरह बन सकें।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस व्यवस्था में किसी का पद समाप्त नहीं किया जा रहा है और न ही इसका निजीकरण से कोई संबंध है। निजीकरण की प्रक्रिया केवल पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के लिए विचाराधीन है।
निगम के अनुसार, जिन शहरों में यह व्यवस्था लागू की गई है, वहां एटी एंड सी हानियां काफी कम हैं और 60 से 70 प्रतिशत उपभोक्ता ऑनलाइन बिल जमा कर रहे हैं। अब उद्देश्य बिजली सप्लाई की क्वालिटी और उपभोक्ता सेवाओं में सुधार लाना है।
वर्टिकल व्यवस्था से ट्रिपिंग कम होगी, विद्युत दोष घटेंगे और ट्रांसफार्मर डैमेज के मामलों में कमी आएगी। इसके लिए मोबाइल वैन की सुविधा भी शुरू की जा रही है ताकि उपभोक्ता की शिकायतों का तुरंत समाधान हो सके।
अधिकारियों ने बताया कि यह व्यवस्था कारपोरेशन और डिस्कॉम के वरिष्ठ अधिकारियों की सहमति से लागू की गई है और पहले चरण में जहां इसे लागू किया गया है, वहां बहुत सकारात्मक परिणाम मिले हैं।
साथ ही यह भी तय किया गया है कि किसी अधिकारी या कर्मचारी को उसकी इच्छा के विरुद्ध इस व्यवस्था में नहीं जोड़ा जाएगा। जो इसमें काम नहीं करना चाहते, उन्हें अन्य स्थानों पर तैनात किया जाएगा।
निगम ने कहा कि बिजली व्यवस्था आज के दौर की जीवन रेखा है, इसलिए सभी कर्मचारियों को ईमानदारी और लगन से कार्य करना चाहिए। निगम अपने सभी कर्मचारियों के हितों के प्रति हमेशा संवेदनशील और सजग है।



