नोएडा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2025 में यूपीनेडा और नगर विकास विभाग का शानदार प्रदर्शन

रितेश श्रीवास्तव-ऋतुराज
नोएडा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2025 में यूपीनेडा और नगर विकास विभाग का शानदार प्रदर्शन
यूपीनेडा और अमृत 2.0 स्टॉल को मिला सर्वश्रेष्ठ स्टॉल का सम्मान
यह सफलता उ0प्र0 के ऊर्जा और शहरी विकास क्षेत्र की उपलब्धियों को राष्ट्रीय स्तर पर रेखांकित करती है – ए0के शर्मा
लखनऊ, 29 सितम्बर 2025।
नोएडा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2025 में ऊर्जा एवं नगर विकास विभाग ने शानदार प्रदर्शन किया है। ऊर्जा विभाग के अंतर्गत आने वाले यूपीनेडा के स्टॉल तथा नगर विकास विभाग के अमृत 2.0 स्टॉल को सर्वश्रेष्ठ स्टॉल का खिताब प्राप्त हुआ। यह उपलब्धि उत्तर प्रदेश की विकासशील नीतियों, नवाचारों और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से प्रदेश को नई दिशा देने वाले प्रयासों का परिणाम है।
नवीकरणीय ऊर्जा में उत्तर प्रदेश अव्वल – यूपीनेडा का शानदार प्रदर्शन
ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किए हैं। आज यूपी पूरे देश में सौर ऊर्जा इंस्टॉलेशन के क्षेत्र में प्रथम स्थान पर है। अयोध्या को देश की पहली सोलर सिटी के रूप में विकसित किया गया है। किसानों के बिजली चालित नलकूपों को सोलर नलकूपों में बदलने की दिशा में उत्तर प्रदेश नंबर एक पर है।
पीएम सूर्य घर योजना के अंतर्गत सोलर इंस्टॉलेशन में भी प्रदेश ने पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। इस प्रदर्शनी में विभागीय उपलब्धियां, योजनाएं व उत्तर प्रदेश को हरित प्रदेश बनाए जाने के प्रयासों को विशेष रूप से प्रस्तुत किया गया। श्री शर्मा ने कहा कि इस उत्कृष्ट कार्य के कारण यूपीनेडा को पूरे देश में पहचान मिली है और यह सफलता प्रधानमंत्री जी की दूरदृष्टि एवं मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन का प्रत्यक्ष परिणाम है।
अमृत 2.0 – शहरी विकास में नवाचार का प्रतीक
नोएडा में आयोजित व्यापार मेले में नगर विकास विभाग के अमृत 2.0 स्टॉल को भी सर्वश्रेष्ठ स्टॉल घोषित किया गया। मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री जी द्वारा व्यापार मेले के उद्घाटन के दिन उन्होंने स्वयं इस स्टॉल का निरीक्षण किया था और इसे और बेहतर बनाने के निर्देश दिए थे।
अमृत 2.0 के अंतर्गत प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में पाइप से पेयजल और सीवरेज कवरेज की सुनिश्चितता की जा रही है। इसके साथ ही जल संरक्षण, उपचारित अपशिष्ट जल के पुनः उपयोग और जल निकायों के पुनर्जीवन पर विशेष बल दिया जा रहा है। जल की चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देकर सतत शहरी विकास का मार्ग भी प्रशस्त किया जा रहा है।
प्रदर्शनी में अमृत 2.0 मिशन की प्रमुख गतिविधियों जैसे जलाशयों का पुनरुद्धार, अपशिष्ट जल शोधन, वर्षा जल संचयन और पर्यावरणीय संतुलन पर आधारित नवाचारों को दर्शाया गया। एक विशेष आकर्षण रहा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी अमृत मित्र महिलाएं, जो जल गुणवत्ता परीक्षण, जनजागरूकता और सामुदायिक सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
प्रदेश सरकार का यह प्रयास न केवल स्मार्ट और स्वच्छ शहरों के निर्माण की दिशा में मील का पत्थर है, बल्कि इसे पूरे देश के लिए एक आदर्श मॉडल के रूप में भी देखा जा रहा है।



