प्रयागराज सिविल लाइंस में एआरएम से हुई बदसलूकी, दबंगों ने रोका अभियान
अवैध डग्गामार वाहनों को हटाना एआरएम को पड़ा भारी

🚨 अवैध डग्गामार वाहनों को हटाना एआरएम को पड़ा भारी
प्रयागराज सिविल लाइंस में एआरएम प्रशांत दीक्षित से हुई बदसलूकी, दबंगों ने रोका अभियान
🗓 प्रयागराज | 4 अगस्त 2025
लेखक: स्टार न्यूज भारत डिजिटल ब्यूरो
प्रयागराज के सिविल लाइंस बस अड्डे पर सोमवार को एक बड़े घटनाक्रम के तहत डग्गामार वाहनों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान एआरएम (सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक) प्रशांत दीक्षित के साथ बदसलूकी की गई। जानकारी के अनुसार, यासीर नामक एक स्थानीय दबंग ने रोडवेज कर्मियों को न केवल रोका बल्कि उन्हें धमकाते हुए कार्रवाई में बाधा भी डाली।
🚍 बस अड्डे के सामने बना ‘अवैध स्टैंड’
सिविल लाइंस बस अड्डे के ठीक सामने कुछ डग्गामार वाहन चालक अवैध रूप से स्टैंड बनाकर यूपी रोडवेज की सवारियों को अपनी निजी गाड़ियों में बैठा रहे थे। इन वाहनों के कारण रोडवेज को प्रतिदिन लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है। इसी वजह से परिवहन विभाग की ओर से पूरे प्रदेश में डग्गामार वाहनों के खिलाफ सख्ती बरती जा रही है।
📉 डग्गामार वाहन बन रहे रोडवेज के लिए मुसीबत
परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार, पूरे प्रदेश में हजारों की संख्या में निजी कारें और बसें बिना वैध परमिट के धड़ल्ले से संचालित हो रही हैं। ये वाहन यात्रियों को कम किराए का लालच देकर बस अड्डों के सामने से ही उठा लेते हैं, जिससे न केवल रोडवेज की कमाई प्रभावित हो रही है बल्कि ड्राइवरों और कंडक्टरों का मनोबल भी गिर रहा है।
📢 कर्मचारी संगठन नाराज़, चेतावनी के मूड में
परिवहन विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा हाल ही में ड्राइवर और कंडक्टरों को हर दिन कम से कम पांच अतिरिक्त यात्रियों के लाने का निर्देश जारी किया गया है। मगर सवाल उठता है कि जब उन्हीं के स्टैंड के सामने से अवैध वाहन सवारी उठा रहे हैं, तो रोडवेज कर्मी किस आधार पर यात्रियों की संख्या बढ़ाएं?
कुछ कर्मचारी संगठनों ने लखनऊ में मौखिक रूप से हड़ताल की चेतावनी भी दी है। यदि कर्मचारियों ने विरोध में हड़ताल की राह पकड़ी तो आने वाले रक्षाबंधन पर्व पर परिवहन व्यवस्था पर बड़ा असर पड़ सकता है।
📌 प्रमुख मांगें:
- हर बस अड्डे पर डग्गामार वाहनों पर पूरी तरह रोक लगे
- एआरएम जैसे अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो
- जिला प्रशासन व परिवहन विभाग संयुक्त रूप से सख्त अभियान चलाएं
- ड्राइवर-कंडक्टरों पर दबाव डालने की बजाय डग्गामार पर सीधी कार्यवाही हो



