डीएम नेहा शर्मा के नेतृत्व में गोंडा बना ‘मेरा गोंडा, मेरी शान’
1 min read
डीएम नेहा शर्मा के नेतृत्व में गोंडा बना ‘मेरा गोंडा, मेरी शान’
गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में जब से जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कार्यभार संभाला है, तब से जिले में विकास कार्यों में जबरदस्त तेजी आई है। उनकी कुशल प्रशासनिक क्षमता और जनहितैषी फैसलों के चलते गोंडा के नागरिक अब गर्व से कहते हैं— “मेरा गोंडा, मेरी शान”।
जनहित के लिए तेज फैसले
डीएम नेहा शर्मा ने किसानों, व्यापारियों, शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था और उत्पीड़न के मामलों पर विशेष ध्यान दिया है। उनके प्रभावी निर्णयों के चलते जिले में खुशहाली का माहौल बना हुआ है।
- कृषि और किसानों को बढ़ावा
- किसानों के लिए नई योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू किया गया।
- खाद, बीज और सिंचाई संबंधी समस्याओं का त्वरित समाधान।
- बिचौलियों की भूमिका खत्म कर किसानों को सीधा लाभ पहुँचाया गया।
- व्यापारियों के लिए अनुकूल माहौल
- अवैध वसूली और व्यापार में होने वाली दिक्कतों को समाप्त किया गया।
- व्यापारियों की समस्याओं को सुनने और हल करने के लिए नियमित बैठकें आयोजित की गईं।
- शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
- सरकारी स्कूलों की स्थिति में सुधार लाने के लिए विशेष योजनाएँ चलाई जा रही हैं।
- जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड किया गया।
- कानून व्यवस्था पर पैनी नजर
- महिला सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं।
- अपराध और भ्रष्टाचार के मामलों में त्वरित कार्रवाई हो रही है।
‘मिशन शक्ति’ से महिलाओं को आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया
डीएम नेहा शर्मा के नेतृत्व में ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। मिशन शक्ति कैफे और अरगा स्टोर जैसी पहल से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिली है।
शहर की सुंदरता और स्वच्छता पर विशेष ध्यान
शहर के प्रमुख स्थानों को सुंदर बनाने और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कई योजनाएँ चलाई गई हैं। सड़कों और चौकों को हरा-भरा किया गया है, जिससे गोंडा की तस्वीर बदल गई है।
गोंडा को विकास की नई ऊँचाइयों तक ले जाने का लक्ष्य
डीएम नेहा शर्मा की कार्यशैली और जनहितैषी नीतियों के चलते गोंडा जिले में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। नागरिकों का कहना है कि उनके नेतृत्व में गोंडा विकास की नई ऊँचाइयों को छू रहा है और अब यह जिला सच में कहलाने लगा है— “गोंडा मेरी शान”।
गोंडा जिले की जिलाधिकारी नेहा शर्मा के नेतृत्व में जिले में उल्लेखनीय परिवर्तन हुए हैं, जिससे स्थानीय निवासियों का विश्वास और गर्व बढ़ा है। उनकी पहल “मेरा गोंडा, मेरी शान” के तहत स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा दिया गया। इस अभियान में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई, जिससे स्वच्छता एक जीवनशैली का हिस्सा बन गई।
शहर के सौंदर्यीकरण के लिए प्रमुख सड़कों और चौराहों को मौसमी फूलों और हरियाली से सजाया गया। उद्यान विभाग ने डिवाइडरों पर फूल लगाए, जिससे शहर की सुंदरता में वृद्धि हुई। इसके अलावा, फ्लावर शो का आयोजन भी किया गया, जिसने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को आकर्षित किया।
महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में, जिलाधिकारी ने 11,800 से अधिक कन्याओं के साथ देश का सबसे बड़ा कन्या पूजन आयोजित किया, जो इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ। इसके अलावा, मिशन शक्ति कैफे और अरगा स्टोर की स्थापना की गई, जिनका संचालन स्वयं सहायता समूहों द्वारा किया जा रहा है, जिससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिली है।
वनटांगिया समुदाय के विकास के लिए, सड़क निर्माण, बिजली आपूर्ति और कौशल विकास केंद्रों की स्थापना की गई, जिससे यह समुदाय समाज की मुख्यधारा से जुड़ सका। दीपावली पर वनटांगिया महोत्सव का आयोजन भी किया गया, जिससे उनकी संस्कृति और परंपराओं को प्रोत्साहन मिला।
इन सभी पहलों से गोंडा जिले की तस्वीर में सकारात्मक बदलाव आया है, और स्थानीय निवासियों में अपने जिले के प्रति गर्व की भावना बढ़ी है।