Lucknow:नगर निगम लखनऊ का अजीब फैसला: सीनियर लिपिक को जूनियर के अधीन किया तैनात
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नगर निगम लखनऊ का अजीब फैसला: सीनियर लिपिक को जूनियर के अधीन किया तैनात
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Ritesh Srivastava
लखनऊ। नगर निगम लखनऊ में प्रशासनिक फैसलों को लेकर अक्सर चर्चा होती रही है, लेकिन इस बार जो मामला सामने आया है, वह कर्मचारियों में असंतोष और आश्चर्य का कारण बन गया है।
नगर निगम के जोन-7 इंदिरा नगर वार्ड में प्रथम श्रेणी के लिपिक वीरेन्द्र प्रकाश वर्मा, जो कुछ महीनों बाद सेवानिवृत्त होने वाले हैं, को जूनियर लिपिक के अधीन कार्य करने के लिए तैनात कर दिया गया है। प्रशासन ने उनके स्थान पर द्वितीय श्रेणी के लिपिक मो. अयूब द्वितीय को उनकी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए अधिकृत कर दिया है, जबकि वीरेन्द्र प्रकाश वर्मा को केवल सहयोगी भूमिका में रखा गया है।
👉नियमों पर उठ रहे सवाल
इस फैसले ने नगर निगम के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आमतौर पर वरिष्ठता के आधार पर अधिकारियों को पदोन्नति व जिम्मेदारियां दी जाती हैं, लेकिन यहां एक सीनियर लिपिक को जूनियर के अधीन काम करने को मजबूर किया जा रहा है। यह मामला कर्मचारियों के मनोबल और नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है।
👉क्या नगर निगम में प्रथम श्रेणी के अन्य लिपिक नहीं हैं?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या नगर निगम में कोई अन्य प्रथम श्रेणी का लिपिक उपलब्ध नहीं है? अगर हैं, तो फिर जूनियर लिपिक को सीनियर के ऊपर बैठाने का क्या कारण है?
👉जोनल अधिकारी के इस आदेश से कर्मचारियों में रोष,
इस अजीबोगरीब तैनाती से निगम कर्मियों में असंतोष बढ़ रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि यह फैसला मनमाना है और प्रशासन को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। वे उच्चाधिकारियों से इस मामले में स्पष्टीकरण और न्यायसंगत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि नगर निगम प्रशासन इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है और क्या इस निर्णय को बदला जाता है या नहीं।