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लखनऊ नगर निगम में वर्षों से एक ही जोन में जमे सफाई निरीक्षक, स्थानांतरण नीति पर उठे सवाल-नगर आयुक्त का ध्यान भंग

लखनऊ नगर निगम में वर्षों से एक ही जोन में जमे सफाई निरीक्षक, स्थानांतरण नीति पर उठे सवाल
लखनऊ।
लखनऊ नगर निगम में सफाई व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। नगर निगम के विभिन्न जोनों में कई सफाई निरीक्षक वर्षों से एक ही जोन में तैनात हैं, जिससे स्थानांतरण नीति और प्रशासनिक पारदर्शिता पर सवाल उठने लगे हैं।
जानकारी के अनुसार, जोन-1 में संजीव कुमार पिछले 7 वर्षों से, जोन-2 में राजेश कुमार करीब 14 वर्षों से एक ही जोन में कार्यरत हैं। इसी तरह जोन-3 में प्रमोद गौतम 14 वर्षों से और पुष्कर सिंह पटेल 4 वर्षों से तैनात हैं।
सबसे अधिक चर्चा जोन-4 को लेकर है, जहां रश्मि शुक्ला पिछले 16 वर्षों से एक ही जोन में, जबकि बल गोविंद सिंगरौर 6 वर्ष और पंकज शुक्ला 5 वर्ष से उसी जोन में कार्यरत बताए जा रहे हैं। वहीं हर्ष शुक्ला को जोन-4 में ऑफिस अटैच बताया जा रहा है, जिस पर भी निगम के अंदर चर्चा है।
अन्य जोनों की बात करें तो जोन-5 में मात्र 2 सफाई इंस्पेक्टर है जिसमे से सुभाष चौधरी 7 वर्षों से उसी जोन में पाव जमाये है, जोन-6 में आर.सी. यादव और रामजीत पांडे दोनों 7-7 वर्षों से, जबकि जोन-7 में बृजेश प्रजापति भी 7 वर्षों से एक ही जोन में तैनात हैं।
जानकारों का मानना है कि लंबे समय तक एक ही जोन में तैनाती से न केवल जीरो टारलेन्स नीति का उलंघन होता है बल्कि कार्यप्रणाली प्रभावित होती है, बल्कि सफाई व्यवस्था की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े होते हैं। नियमों के अनुसार समय-समय पर अधिकारियों का स्थानांतरण होना चाहिए, लेकिन कई मामलों में ऐसा नहीं हो पा रहा है।
फिलहाल यह मामला नगर निगम के भीतर चर्चा का विषय बना हुआ है। अब देखना यह होगा कि नगर आयुक्त इस स्थिति पर क्या संज्ञान लेते हैं और क्या वर्षों से एक ही जोन में जमे अधिकारियों के स्थानांतरण को लेकर कोई ठोस कदम उठाया जाता है।
क्या नगर आयुक्त इस ट्रांसफर पालिसी की ओर अपना ध्यान आकर्षित कर पाएंगे या नही



