LDA NEWS: लाखो रुपये का फ्लैट लिया अब लीकेज सीपेज में काट रहे दिन- VC साहब नही सुनते आपके अधिकारी

LDA सृष्टि अपार्टमेंट में घटिया निर्माण — आवंटियों की परेशानी चरम पर, अधिकारी चुप
लखनऊ। LDA की महत्वाकांक्षी आवासीय योजना सृष्टि अपार्टमेंट इन दिनों आवंटियों के लिए सिरदर्द बन गई है। जिन घरों को सपना समझकर खरीदा गया था, अब वही घर अंदर से लीकेज-सीपेज, नम दीवारें और उखड़ते प्लास्टर की वजह से परेशानी का कारण बन गए हैं। स्नानागार से किचन तक पानी टपकने की समस्या इतनी गंभीर है कि फ्लैटों का फर्नीचर, लकड़ी और इलेक्ट्रॉनिक फिटिंग तक खराब होने लगे हैं।
आवंटियों का आरोप है कि कार्यदाई संस्थाओं ने मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए सबसे घटिया सेनेटरी और प्लंबिंग सामग्री लगाई। स्थिति तब और गंभीर हो गई जब सामने आया कि ठेकेदारों को न सिर्फ पूरा भुगतान दे दिया गया, बल्कि “सुरक्षा जमा धनराशि” भी पूर्व मुख्य अभियंता की कृपा से रिलीज कर दी गई। अब सवाल ये कि जब भुगतान पूरा हो चुका है, तो खराबियों को ठीक कौन करेगा?
आवंटियों के अनुसार, अधिकारी शिकायत सुनने के बजाय औपचारिकता निभाकर पैर पीछे खींच लेते हैं। कई बार तो जवाब मिलता है—“अंदर की समस्या खुद ठीक करवाइए, प्राधिकरण बाहरी हिस्से तक ही जिम्मेदार है”।
इधर नम दीवारों से बिल्डिंग की संरचना कमजोर होने का खतरा बढ़ रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार लगातार सीलन से पाचन, श्वसन और त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। यानी परेशानियां सिर्फ फर्नीचर तक सीमित नहीं, बल्कि सीधे लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही हैं।
आवंटियों की मजबूरी यह है कि या तो वे अपनी जेब से भारी खर्च उठाकर मरम्मत करवाएं, या फिर अनिश्चित इंतज़ार करें कि शायद कभी LDA उनकी सुन ले। फिलहाल प्राधिकरण से कोई ठोस कार्रवाई नज़र नहीं आती, और आवंटी सवाल पूछ रहे हैं—“हमसे किस बात की सजा ली जा रही है?”
ग्रेटर लखनऊ जनकल्याण महासमिति ने उठाई आवाज
ग्रेटर लखनऊ जन कल्याण महासमिति के महासचिव और सृष्टि अपार्टमेंट के निवासी विवेक शर्मा ने लखनऊ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों पर यह आरोप लगाया कि वह इस जर्जर व्यवस्था की अनदेखी कर रहे हैं इस मामले पर उन्होंने लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार से जल्द से जल्द समाधान किए जाने की मांग की है।



