स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25: गाजियाबाद को मिली फाइव स्टार रेटिंग, राष्ट्रीय रैंक में 38वें से छलांग लगाकर पहुंचा 11वें स्थान पर
गार्बेज फ्री सिटी रेटिंग: 3 स्टार से बढ़कर 5 स्टार

रिपोर्ट-रितेश श्रीवास्तव-
🧼 स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25: गाजियाबाद को मिली फाइव स्टार रेटिंग, राष्ट्रीय रैंक में 38वें से छलांग लगाकर पहुंचा 11वें स्थान पर
📍 गाजियाबाद | 17 जुलाई 2025
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25 के परिणामों में गाजियाबाद नगर निगम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
महापौर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में शहर को “वाटर प्लस प्लस” का दर्जा मिला, वहीं “गार्बेज फ्री सिटी” रेटिंग में गाजियाबाद ने 3 स्टार से बढ़कर 5 स्टार का मुकाम हासिल किया है।

📈 राष्ट्रीय रैंकिंग में शानदार छलांग:
गाजियाबाद ने 2023-24 में 38वीं रैंक से छलांग लगाकर इस बार 11वीं रैंक प्राप्त की है। उत्तर प्रदेश में भी गाजियाबाद टॉप 5 शहरों में शामिल हो गया है।
🟢 यह प्रदर्शन दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में भारत की राष्ट्रपति की उपस्थिति में घोषित किया गया।
🧾 फील्ड सर्वे के आंकड़े और प्रदर्शन:
| श्रेणी | प्राप्त अंक (%) |
|---|---|
| सार्वजनिक व आवासीय क्षेत्रों की सफाई | 100% |
| तालाबों की सफाई | 100% |
| लेगेसी वेस्ट निस्तारण | 100% |
| सार्वजनिक शौचालयों की सफाई | 97% |
| डोर-टू-डोर कचरा संग्रह | 98% |
| कचरा उत्सर्जन के सापेक्ष निस्तारण | 91% |
| गीला-सूखा कचरा पृथक्करण | 57% |
🏆 विशेष उपलब्धियां:
- 🌟 गार्बेज फ्री सिटी रेटिंग: 3 स्टार से बढ़कर 5 स्टार
- 💧 वाटर प्लस प्लस: सीवेज ट्रीटमेंट का 100%
- 🌱 19.6 हेक्टेयर भूमि पर पौधारोपण: मियांवाकी पद्धति से, जो अब वृक्ष बन चुके हैं
- 🚮 15 लाख मैट्रिक टन लेगेसी वेस्ट का निस्तारण: मोरटा, भिक्कनपुर, इंदिरापुरम और प्रताप विहार जैसे क्षेत्रों से
🎤 महापौर और नगर आयुक्त के संदेश:
महापौर सुनीता दयाल ने शहरवासियों और निगम कर्मियों को बधाई देते हुए कहा:
“यह उपलब्धि पूरे शहर की है। नागरिकों का सहयोग, निगम अधिकारियों की मेहनत और स्वच्छता टीम के प्रयासों से ही यह संभव हुआ है। अगली बार और बेहतर रैंक लाने का लक्ष्य है।”
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा:
“गाजियाबाद नगर निगम पूरी प्रतिबद्धता के साथ स्वच्छता के हर पहलू पर काम कर रहा है। कचरा पृथक्करण में सुधार की जरूरत है और इसके लिए विशेष जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा।”
⚠️ आने वाली चुनौतियाँ और दिशा निर्देश:
महापौर ने यह भी बताया कि गाजियाबाद नगर निगम के पास खुद की प्रोसेसिंग ग्राउंड की कमी एक बड़ी चुनौती है, जिसे जल्द ही दूर किया जाएगा।
उन्होंने सेग्रीगेशन (कचरा पृथक्करण) में सुधार के लिए जन भागीदारी और शिक्षा को आवश्यक बताया।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी और अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार ने बताया कि भविष्य में शहर को और बेहतर रैंक दिलाने के लिए कचरा पृथक्करण पर विशेष जोर दिया जाएगा।
🏙️ सौंदर्यीकरण के प्रयास भी रहे सफल:
- ✅ 455 कूड़ा स्थलों का उन्मूलन कर सौंदर्यीकरण
- ✅ सीवर जल का 100% ट्रीटमेंट
- ✅ निगम और SBM टीम का बेहतर समन्वय
📢 “स्वच्छ गाजियाबाद – सुंदर गाजियाबाद” की ओर एक बड़ा कदम!



