मंत्री ए.के. शर्मा मऊ पहुंचकर दुर्घटना में घायल लोगों से की मुलाकात
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प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा शनिवार को अपरान्ह 02ः30 बजे मऊ जनपद के अस्पतालों में पहुंचकर दुर्घटना में घायल लोगों से मुलाकात की और घायलों को बेहतर इलाज हेतु सीएमएस एवं जिला प्रशासन को निर्देशित किया। उन्होंने दुर्घटना में मृतकों के परिजनों से मिलकर गहरी संवेदनाएं व्यक्त की और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने घटना स्थल का स्थलीय निरीक्षण भी किया तथा वहाँ की जर्जर दीवार को सुधारने तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए, जिससे भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं की संभावना न रहे। ए.के. शर्मा ने कहा कि ऐसी विषम परिस्थिति में सरकार पीड़ित परिजनों के साथ है। सरकार के साथ ही समाज की भागीदारी से भी पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी। प्रदेश सरकार इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर बेहद संवेदनशील है।
ए0के0 शर्मा ने बताया कि मऊ की घोसी कोतवाली क्षेत्र के मदापुर समसपुर में खाली प्लॉट की दीवार गिरने से 06 महिलाओं और 02 बच्चों की आकस्मिक मौत हो गई और 22 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। जैसा कि घोसी निवासी बृजेश पुत्र हरिहर प्रसाद मद्धेशिया परिवार के घर में बरात जाने से एक दिन पहले महिलाओं द्वारा दीवार के पास ही अपरान्ह 03ः00 बजे पूजा और हल्दी की रस्म पूरी की जा रही थी। हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य कर सभी घायलों को जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पीजीआई आजमगढ़, जिले के 03 निजी अस्पतालों सदर, फातिमा व प्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
ए0के0 शर्मा ने कहा कि यह बहुत ही दुःखद घटना है, जिसमें महिलाओं और बच्चों की मृत्यु हुई है इसमें ज्यादातर बेहद गरीब परिवारों की महिलाएं शामिल हैं। एक ऐसी गरीब महिला मीरा देवी जो कि दूसरों के घरों में चूल्हा-बर्तन कर अपनी रोजी-रोटी कमाती थी की मौत हुई है। इसी प्रकार चन्दा देवी चौरसिया भी अपना गुजारा भत्ता करती थी, उसका पति और दो बच्चे मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं। अब इन घरों में कोई कमाने वाला नहीं है और उसके बच्चे मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं। उन्होंने घोसी के लोगों से , जनप्रतिनिधियों से इन गरीब पीड़ित परिवारों की सहायता करने के लिए आगे आने को कहा। मऊ नगरपालिका के अध्यक्ष मुन्ना गुप्ता को ऐसे गरीबों को मकान का लाभ देने को भी कहा।
उन्होंने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री जी ने मृतकों के परिजनों को 02 लाख रुपये, घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी है तथा सभी घायलों को बेहतर व मुफ्त चिकित्सा के निर्देश दिए हैं। प्रदेश सरकार के साथ लोग भी पीड़ितों की मदद के लिए आगे आयें, इसके लिए उन्होंने स्वयं भी 11 हजार रुपये, जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज राय ने 11 हजार रुपये, पूर्व मंत्री उत्पल राय ने 5100, पूर्व जिला अध्यक्ष ने 5100 रुपये की त्वरित मदद की।
उन्होंने प्रकाश अस्पताल में भर्ती घायलों में से एक व्यक्ति हरिओम के ज्यादा गम्भीर होने पर बीएचयू के ट्रॉमा सेन्टर के डॉक्टर सौरभ सिंह से बात कर शीघ्र वाराणसी भेजवाया।
सदर अस्पताल में भर्ती घायलों की स्थिति खतरे से बाहर होने तथा बेहतर इलाज मिलने से उन्होंने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने ताड़ियावं में बन रहे 100 बेड के अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने के लिए जिलाधिकारी को निर्देश दिए। कोरोनाकाल में उन्होंने इसी अस्पताल में आक्सीजन प्लाण्ट लगवाया था। जिला अस्पताल में भर्ती घायल महिला को भी बीएचयू वाराणसी रेफर करवाया। उन्होंने कहा कि यहाँ के अस्पतालों की चिकित्सा व्यवस्था बेहतर है, जो भी कमियां होंगी उसके लिए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एवं जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है। ईश्वर से भी प्रार्थना है कि शीघ्र ही सभी घायल स्वस्थ होकर अपने घर पहुँचे।
घटना के लिए जिम्मेदार तसौवर हसन एवं ग्यासुद्दीन के खिलाफ एफ0आई0आर0 दर्ज की गई है। क्योंकि प्लाट की चहारदीवारी के पास ही तसौवर हसन की मौरम, बालू एवं गिट्टी रखी हुई थी और बगल में ग्यासुद्दीन के मकान का निर्माण कार्य चल रहा था। तसौवर हसन को जर्जर चहारदीवारी की मरम्मत कराने तथा बालू, मौरम व गिट्टी को वहाँ से हटाने के लिए नगरपालिका व लोगों द्वारा कई बार कहा गया था, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया तथा इनकी लापरवाही से ही वहाँ पर इतनी बड़ी दुर्घटना हो गई।