LDA NEWS:एलडीए का रिकॉर्ड ई-ऑक्शन: 425 करोड़ से अधिक की संपत्ति बिकी 28 लाख का प्लॉट डेढ़ करोड़ में, 34 करोड़ का ग्रुप हाउसिंग प्लॉट 47 करोड़ में पहुंचा

🔶 एलडीए का रिकॉर्ड ई-ऑक्शन: 425 करोड़ से अधिक की संपत्ति बिकी
28 लाख का प्लॉट डेढ़ करोड़ में, 34 करोड़ का ग्रुप हाउसिंग प्लॉट 47 करोड़ में पहुंचा 🔶
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के ई-ऑक्शन में इस बार निवेशकों का जोरदार उत्साह देखने को मिला। पारदर्शी प्रक्रिया से कराई गई नीलामी में 425 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्तियां बिक गईं। कई प्लॉटों की कीमतें आरक्षित दर से तीन गुना तक पहुंचीं। 28 लाख रुपए कीमत वाला प्लॉट डेढ़ करोड़ में बिका—यानी 432% से ज्यादा की छलांग।
लैंड ऑडिट और ड्रोन सर्वे का असर: नई संपत्तियों की जबरदस्त मांग
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि लैंड ऑडिट और ड्रोन सर्वे के जरिए कई ऐसी संपत्तियां चिह्नित हुईं जिन पर अवैध कब्जे थे। अभियान चलाकर इन्हें खाली कराया गया और ई-ऑक्शन में शामिल किया गया।
गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-5 और सेक्टर-6 में लगे 95 आवासीय और 7 व्यावसायिक भूखंडों की सबसे ज्यादा मांग रही। इनमें से 88 प्लॉट तय कीमत से दो से तीन गुना अधिक दाम पर बिके।
132 संपत्तियों की बिक्री – सबसे महंगे सौदे
अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा के अनुसार इस ई-नीलामी में कुल 132 संपत्तियों की बिक्री हुई।
टॉप हाईलाइट्स
- सेक्टर-5, गोमती नगर विस्तार:
28 लाख कीमत का 75 वर्गमीटर आवासीय भूखंड → ₹1.50 करोड़ - सेक्टर-6, गोमती नगर विस्तार:
72.99 लाख कीमत का 200 वर्गमीटर भूखंड → ₹2.99 करोड़ - सेक्टर-6 का ग्रुप हाउसिंग प्लॉट (4647 वर्गमीटर):
आरक्षित दर ₹34 करोड़ → बोली बंद हुई ₹47 करोड़ पर
व्यावसायिक प्लॉट्स में भी चली जोरदार बोली
व्यावसायिक सेल प्रभारी अधिशासी अभियंता मनोज सागर ने बताया:
- कानपुर रोड योजना, सेक्टर-आई
905 वर्गमीटर का व्यावसायिक भूखंड
आरक्षित मूल्य ₹7.44 करोड़ → ₹20.88 करोड़ में बिका - सेक्टर-5, गोमती नगर विस्तार
162 वर्गमीटर व्यावसायिक भूखंड
₹1.57 करोड़ → ₹4.10 करोड़
बसंतकुंज योजना और ट्रांसपोर्ट नगर में भी संपत्तियों की 25–30% अधिक कीमत मिली।
तेजी से मिलेगा आवंटन पत्र
एलडीए ने घोषणा की कि सफल बोलीदाता आवंटियों को जल्द ही आवंटन पत्र मिलेंगे।
साथ ही, उनके प्रोजेक्ट के मानचित्र और अन्य स्वीकृति प्रक्रियाएं सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए पूरी कराई जाएंगी।
➡️ नीलामी की पारदर्शिता और मांग ने एलडीए की वित्तीय स्थिति को मजबूत किया है।
➡️ निवेशकों के विश्वास में भी बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।



