लखनऊ हादसा:मेरा बच्चा खाना देने आ रहा था… और सामने से नगर निगम की गाड़ी ने सब खत्म कर दिया।-अब एक पैर पर कैसे चलेगा हसनैन

लखनऊ का दिल दहला देने वाला हादसा — मासूम की चीखों में डूबा बसंतकुंज
नगर निगम की LSA कंपनी की बिना नंबर प्लेट सफाई मशीन ने 4 साल के मासूम को रौंदा — पैर काटने तक की नौबत
चालक फरार • लोग आक्रोशित • परिजनों का रो–रोकर बुरा हाल
लखनऊ। ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के प्रेरणास्थल चौकी अंतर्गत बसंतकुंज सेक्टर–I में आज जो हुआ, उसे सुनकर हर आंख नम हो जाएगी। सड़क पर खेल रहे मात्र 4 वर्षीय मासूम को नगर निगम की LSA कंपनी की बिना नंबर प्लेट वाली रोड सफाई मशीन ने इतनी जोरदार टक्कर मारी कि बच्चे का पैर बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया।
टक्कर इतनी भयावह थी कि बच्चे का पैर चिथड़े–चिथड़े हो गया। डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि पैर काटना पड़ सकता है… मासूम लगातार दर्द से चीख रहा है और उसकी हर चीख पूरे इलाके का कलेजा छलनी कर रही है।
👉 चालक टक्कर मारकर मौके से भाग गया
👉 मशीन पर नंबर प्लेट तक नहीं लगी थी – गंभीर नियमों का खुला उल्लंघन
👉 स्थानीय लोगों ने कहा: “यह हादसा नहीं, नगर निगम की लापरवाही का खून है”
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
बच्चे के पिता राजू, जो सब्जी का ठेला लगाकर परिवार चलाते हैं, रोते हुए बार-बार बस एक ही बात कह रहे थे —
“मेरा बच्चा खाना देने आ रहा था… और सामने से आई मशीन ने सब खत्म कर दिया।”
घर में चीख-पुकार मची हुई है। हर तरफ आँखों में पानी और दिल में दर्द की लहर है। जिसने भी बच्चा देखा, उसकी आंखें भर आईं।
मौके पर हंगामा — स्थानीय लोगों का गुस्सा फूटा
लोगों ने कहा कि बिना नंबर प्लेट के ऐसे बड़े वाहन रोज़ गलियों में फर्राटे भरते हैं।
“अगर आज यह बच्चा…, कल कोई और? आखिर नगर निगम कब जागेगा?”
कंपनी का बयान — लेकिन जिम्मेदारी से बच नहीं सकते!
LSA प्रोजेक्ट हेड अभय रंजन ने कहा—
“घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। बच्चे के उपचार का पूरा खर्च LSA उठाएगी। परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी।”
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि:
➡️ बिना नंबर प्लेट गाड़ियाँ चल कैसे रही थीं?
➡️ चालक को प्रशिक्षण क्यों नहीं?
➡️ गलियों में भारी मशीनें किस अनुमति से दौड़ रही थीं?
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने मशीन व चालक की पहचान शुरू कर दी है। चालक पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
यह हादसा नहीं — लापरवाही से हुई तबाही है!
एक मासूम जिसने अभी जिंदगी देखनी भी शुरू नहीं की थी…
आज अस्पताल में जिंदगी से लड़ रहा है।
एक पैर चला गया… बचपन छिन गया… सपने टूट गए।
📍 स्टार न्यूज़ भारत
रिपोर्ट: रितेश श्रीवास्तव – ऋतुराज



