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नगर निगम का हाल : सहायक नगर आयुक्त के लिए ‘कमरे की खोज’, बाकी सब आराम से काट रहे मौज!

नगर निगम का हाल : सहायक नगर आयुक्त के लिए ‘कमरे की खोज’, बाकी सब आराम से काट रहे मौज!
रितेश श्रीवास्तव-ऋतुराज
लखनऊ। राजधानी का लखनऊ नगर निगम इन दिनों अजब गजब हालात से गुजर रहा है। पीसीएस अधिकारी और सहायक नगर आयुक्त विनीत कुमार सिंह को दो महीने बीत जाने के बाद भी बैठने के लिए अपना कमरा नसीब नहीं हुआ। जिन पर प्रवर्तन, ईटीएफ, पार्किंग, यातायात, फेरी नीति और प्रचार जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी है, वे रोज़ नगर निगम की गलियों में ऐसे भटकते नज़र आते हैं जैसे “किराएदार नया मकान ढूँढ रहा हो।”
नगर निगम मुख्यालय में सैकड़ों कमरे हैं, जहाँ बाबू से लेकर चपरासी तक अपनी-अपनी कुर्सियों पर विराजमान हैं। लेकिन बड़े अफसर के लिए कमरा ढूँढना नगर निगम के लिए शायद किसी “मिशन मून” से कम नहीं।
दूसरे अधीकारी के कमरे में बैठ निपटाते है अपना काम
जी हाँ, ये वही अधिकारी हैं जिन्हें प्रवर्तन, ईटीएफ (Enforcement Task Force), प्रचार-प्रसार, पार्किंग, यातायात और फेरी नीति जैसे शहर के अहम विभागों की कमान सौंपी गई है। लेकिन विडंबना देखिए, इतने ज़रूरी कामकाज देखने वाले अफसर के पास बैठने के लिए अभी तक “अपना कमरा” ही नहीं है।
कभी यहां कभी वहां लेकिन सुने न जहां
पीसीएस अधिकारी विनीत सिंह पिछले दो महीनों से कभी प्रभारी संपत्ति अधिकारी के कमरे में शरण लेते हैं तो कभी प्रभारी अधिकारी विकास सिंह की कुर्सी के बगल कुर्सी लगाकर फाइलें निपटाते हैं। नगर निगम के गलियारों में लोग चुटकी लेते हुए कह रहे हैं – “नगर निगम के पास शहर सुधारने का पूरा खाका है, लेकिन अपने अफसर को कमरे का नक्शा तक नहीं मिल पा रहा।”
इस मामले ने नगर निगम की काफी किरकिरी करा दी है। सोचने वाली बात यह है कि जब शहर की फेरी नीति और पार्किंग व्यवस्था संभालने वाला अफसर खुद “फेरी” करते-करते काम कर रहा हो, तो जनता नगर निगम से कितनी व्यवस्था की उम्मीद कर सकती है!
विनीत कुमार सिंह (सहायक नगर आयुक्त) के पास है यह विभाग
प्रभारी विभाग:
प्रवर्तन
ईटीएफ (Enforcement Task Force)
प्रचार
पार्किंग
यातायात
फेरी नीति



