वर्षा ऋतु में बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ाएं, चालकों-परिचालकों को दी जिम्मेदारी-एमडी
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने दिए निर्देश —

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने दिए निर्देश — वर्षा ऋतु में बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ाएं, चालकों-परिचालकों को दी जिम्मेदारी
लखनऊ, 21 जुलाई 2025 |
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने वर्षा ऋतु में घटती बसों की सवारी संख्या और इससे प्रभावित हो रही आय को ध्यान में रखते हुए बड़ा निर्देश जारी किया है। उन्होंने सभी क्षेत्रीय एवं सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को आदेश दिया है कि बस चालकों और परिचालकों की काउंसलिंग कर कम से कम पांच यात्रियों की प्रतिदिन बढ़ोत्तरी सुनिश्चित कराई जाए।
प्रबंध निदेशक ने कहा कि मानसून सीजन में यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में घट जाती है, जिससे परिवहन निगम के लोड फैक्टर और राजस्व पर नकारात्मक असर पड़ता है। इस चुनौती से निपटने के लिए चालकों और परिचालकों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी।
उन्होंने कहा, “परिवहन निगम की छवि सीधे तौर पर चालकों और परिचालकों के व्यवहार और कार्यशैली से जुड़ी होती है। हर महीने करीब 5 करोड़ यात्री परिवहन निगम की बसों से सफर करते हैं, जो कि कर्मचारियों की कार्यकुशलता का प्रमाण है।”
प्रबंध निदेशक ने यह भी याद दिलाया कि कोविड काल और महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में परिवहन निगम के चालकों और परिचालकों ने उत्कृष्ट कार्य करते हुए ‘संकट का साथी’ जैसी उपाधि प्राप्त की है। अब उन्हें फिर से जिम्मेदारी निभानी है ताकि आय में बढ़ोत्तरी हो सके और कर्मचारियों के हित में और अधिक फैसले लिए जा सकें।
👉 मुख्य निर्देश बिंदु:
- प्रत्येक चालक/परिचालक प्रतिदिन कम से कम 5 अतिरिक्त यात्रियों की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
- मानसून में यात्रियों की कमी से लोड फैक्टर घट रहा है, जिससे आय पर प्रभाव पड़ रहा है।
- यात्रियों के प्रति शिष्ट, मददगार और जिम्मेदार व्यवहार सुनिश्चित करें।
- बेहतर प्रदर्शन से चालकों/परिचालकों के हित में फैसले लेना आसान होगा।
इस निर्देश के तहत सभी जोन में निगरानी बढ़ाई जाएगी और बस स्टाफ के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी। परिवहन निगम यह मानता है कि अगर हर कर्मचारी अपने स्तर पर थोड़ी सी अतिरिक्त मेहनत करे तो राजस्व और सेवाओं दोनों में सुधार संभव है।



