स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में उत्तर प्रदेश को ऐतिहासिक उपलब्धि
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में संभव हुई यह सफलता

🧹 स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में उत्तर प्रदेश को ऐतिहासिक उपलब्धि
लखनऊ को देश में तीसरा स्थान, प्रयागराज को महाकुंभ के लिए विशेष राष्ट्रीय सम्मान
📍 लखनऊ/नई दिल्ली | 17 जुलाई 2025
भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा जारी स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के परिणामों में उत्तर प्रदेश ने स्वच्छता की दिशा में ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया है।
👉 लखनऊ ने पूरे देश में तीसरा स्थान प्राप्त कर यह साबित कर दिया है कि सतत प्रयास, नवाचार और जनभागीदारी से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।
👉 वहीं प्रयागराज को महाकुंभ 2025 के दौरान स्वच्छता प्रबंधन के लिए विशेष राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया है।
✨ मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में संभव हुई यह सफलता
उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए. के. शर्मा ने इस ऐतिहासिक सफलता को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन और दूरदर्शी नेतृत्व का प्रतिफल बताया।
“प्रधानमंत्री जी द्वारा दिया गया ‘स्वच्छता ही सेवा’ मंत्र और मुख्यमंत्री योगी जी का कड़ा अनुशासन, तकनीक आधारित निगरानी और जनभागीदारी — यही हमारी सफलता की कुंजी बनी,”
— ए. के. शर्मा, नगर विकास मंत्री, उत्तर प्रदेश
🏆 प्रयागराज को मिला विशेष सम्मान – “महाकुंभ में विश्व स्तरीय स्वच्छता मॉडल”
2025 में आयोजित महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन था, जहां 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इसके बावजूद प्रयागराज ने स्वच्छता का वह मानक स्थापित किया, जिसकी सराहना देश ही नहीं, विदेशी प्रतिनिधियों, यात्रियों और लेखकों ने भी की।
🔹 महत्वपूर्ण नवाचार और प्रयास:
- ✅ 100% ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, प्रयागराज नगर को कचरा मुक्त और प्लास्टिक मुक्त घोषित किया गया।
- ✅ गंगा नदी की सफाई के लिए रिवर स्क्रीमर, तैरते अवरोध जैसे तकनीकी उपाय अपनाए गए।
- ✅ PPP मॉडल पर जैव-CNG संयंत्र लगाकर कचरे से स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन किया गया।
- ✅ 15,000 स्वयंसेवकों के घाट सफाई अभियान से बना गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड।
- ✅ 30,000 मियावाकी पौधों का रोपण — हरित महाकुंभ की मिसाल।
- ✅ भित्ति चित्र, आर्ट इंस्टॉलेशन और सार्वजनिक स्थानों का सौंदर्यीकरण।
- ✅ स्वच्छता जागरूकता रैलियाँ, जन भागीदारी और एकल उपयोग प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध।
👣 मंत्री श्री ए. के. शर्मा का ग्राउंड निरीक्षण और नेतृत्व
महाकुंभ नगर में स्वच्छता व्यवस्था को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए मंत्री ए. के. शर्मा स्वयं मेला क्षेत्र में कैंप करते रहे। वे लगातार सेक्टरों का पैदल निरीक्षण करते रहे, कार्यों का गहन पर्यवेक्षण किया और सफाई व्यवस्था में दैनिक सुधार सुनिश्चित किया।
“यह महज कोई सरकारी मिशन नहीं, बल्कि जन आंदोलन है। हर स्वयंसेवक, सफाई कर्मी और नगर निकाय के योद्धा को मैं बधाई देता हूं। उत्तर प्रदेश आने वाले वर्षों में स्वच्छता के हर मानक में देश का अग्रणी राज्य बनेगा।”
— नगर विकास मंत्री ए. के. शर्मा
🏙️ लखनऊ: एक वैश्विक नगर की ओर
लखनऊ नगर निगम ने भी मशीनों के सदुपयोग, मानव श्रम, और आधुनिक तकनीक का बेहतरीन संतुलन बनाते हुए देश में तीसरा स्थान हासिल किया है। 100% कचरा निस्तारण, डंप साइट रिमेडिएशन, गीले-सूखे कचरे का पृथक्करण, प्लास्टिक पुनर्प्रयोग जैसे कई क्षेत्रों में नवाचार हुए।
उत्तर प्रदेश की यह दोहरी उपलब्धि — लखनऊ का तीसरा स्थान और प्रयागराज का विशेष पुरस्कार — इस बात का प्रमाण है कि यदि नेतृत्व स्पष्ट हो, नीति पारदर्शी हो और नागरिक जागरूक हों, तो कोई भी राज्य स्वच्छता की सर्वोच्च ऊँचाइयों को छू सकता है।



