उत्तर प्रदेशदेश-विदेशलखनऊ

एलडीए की अनदेखी से सृष्टि अपार्टमेंट में लिफ्ट बना खतरे का सफर

एलडीए की अनदेखी से सृष्टि अपार्टमेंट में लिफ्ट बना खतरे का सफर, हर दिन जोखिम में जान
निवासी बोले: दो साल से चेतावनी दे रहे, अब भी स्थायी समाधान नहीं

लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण की लापरवाही के कारण जानकीपुरम विस्तार योजना स्थित सृष्टि अपार्टमेंट के निवासी हर दिन जान हथेली पर रखकर खटारा लिफ्टों का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं। खराब सिस्टम, पुराने मैकेनिज्म और समय पर मेंटिनेंस के अभाव में लिफ्टें झटके से रुकती हैं, कभी-कभी फ्लोर से टकराकर बंद हो जाती हैं—ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन लिफ्टों में दो साल पहले भी ऐसी ही अनियमितताओं को लेकर शिकायत की गई थी, लेकिन स्थायी समाधान की जगह एलडीए ने महज एक “वैकल्पिक व्यवस्था” के तहत दो कर्मी तैनात कर दिए, जो किसी के फंसने पर रेस्क्यू करते हैं।

“समस्या की जड़ ठीक करने के बजाय दिखावे का समाधान,”

निवासियों का आरोप है कि एलडीए और ओटीस कंपनी (Otis Elevator Co.) की लापरवाही से ही आज स्थिति यह है कि लोग कई बार लिफ्ट में फंस भी चुके हैं, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं हुआ। न ही लिफ्ट के पुराने सिस्टम को बदला गया, न ही समय पर AMC के तहत सही रखरखाव हो रहा है।

“रेस्क्यू की व्यवस्था है, लेकिन दुर्घटना की कोई गारंटी नहीं!”
स्थिति यह है कि लिफ्टों में लोगों के फंसने की खबर अब आम हो चली है, लेकिन चूंकि परिसर में 24×7 कर्मचारी तैनात हैं, वे रेस्क्यू कर लेते हैं। मगर सवाल उठता है—अगर किसी दिन तकनीकी फेल हो जाए, या कर्मचारी समय पर न पहुंचें तो?

निवासियों की मांग:

ओटीस जैसी गैर-जिम्मेदार मेंटिनेंस एजेंसी को तत्काल हटाया जाए।

लिफ्ट सिस्टम को अपग्रेड कर नया, सुरक्षित मैकेनिज्म लगाया जाए।

एलडीए अभियंता समय-समय पर स्थल निरीक्षण करें और ज़मीनी स्थिति से रूबरू हों।-

📢 जनहित में सवाल:
अपार्टमेंट निवासी समाज सेवी विवेक शर्मा का कहना है कि क्या एलडीए फिर किसी बड़ी दुर्घटना का इंतज़ार कर रहा है?
आखिर बार बार बताने पर कोई स्थायी समाधान क्यों नही निकाला जा रहा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button