लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर एक लाखो रुपये का संदिग्ध पनीर पकड़ा गया, जांच के लिए एफएसडीए ने भरा

लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर एक लाखो रुपये का संदिग्ध पनीर पकड़ा गया, जांच के लिए एफएसडीए ने भरा
लखनऊ।
रविवार देर रात एक बड़ी कार्रवाई के तहत लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने भारी मात्रा में संदिग्ध पनीर पकड़ा। सहायक आयुक्त (खाद्य) विजय प्रताप सिंह के निर्देश पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
रात 1 बजे प्राप्त एक विशेष अभिसूचना के आधार पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने माइलस्टोन 10 किलोमीटर पर स्थित टोल प्लाजा पर आगरा से आ रही गाड़ियों की सघन तलाशी शुरू की। इस दौरान तीन वाहनों — UP 85 ET 8223, UP 85 ET 4378 और UP 81 ET 2903 — में क्रमशः 2000 किलोग्राम, 1800 किलोग्राम और 1010 किलोग्राम संदिग्ध पनीर ले जाते हुए पाया गया।
प्रत्येक वाहन से पनीर का एक-एक नमूना नियमानुसार जांच के लिए संग्रहित किया गया है, जबकि शेष पनीर को जब्त कर संबंधित खाद्य कारोबारियों की सुरक्षित अभिरक्षा में सौंपा गया। ये कारोबारी हैं:
आज़ाद पुत्र दिगंबर सिंह, निवासी मथुरा (फर्म: राधे मिल्क प्रोडक्ट, मथुरा)
भीम सिंह पुत्र चंद्रपाल सिंह, निवासी मथुरा (फर्म: अतुल डेयरी, मथुरा)
आरिफ पुत्र उन्नस, निवासी मथुरा (फर्म: आयत मिल्क डेयरी, पलवल, हरियाणा)
जब्त किए गए पनीर की कुल अनुमानित कीमत करीब 10.5 लाख रुपये आंकी गई है।
इस कार्रवाई में खाद्य सुरक्षा अधिकारी गण – रत्नाकर पांडे, डॉ. राकेश कुमार सिंह, सत्यवीर सिंह, देवेश सिंह एवं अवनीश कुमार सिंह – की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
सूत्रों के अनुसार, नमूनों की जांच रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इस छापेमारी ने मिलावटी और संदिग्ध डेयरी उत्पादों की आपूर्ति पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।