मुआवजे को लेकर धरना-प्रदर्शन में किसानो ने लगाया दमखम ———————————————— – पांच दिन से ग्रामीण डटे मैदान में
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मथुरा। उत्तरी बाईपास के निर्माण में अधिगृहित भूमि मालिक किसान मुआवजे के लिए चार दिन से धरने पर जमे हैं, लेकिन प्रशासन के कान पर अभी जू भी नहीं रेंगी है। किसानों का आंदोलन परवान चढ़ता जा रहा है। रविवार को भी किसान धरना-प्रदर्शन पर डटे रहे।
बधाया निवासी देवी सिंह, लल्लू सिंह नवरत्न और विजेन्दर सिंह आदि का चार बीघा से ज्यादा खेत अधिगृहित हुआ है। लेकिन कंपनी और राजस्व विभाग की हीलाहवाली के कारण ग्यारह माह से अभी तक मुआवजा नहीं मिल सका है। इसकी वजह गलत तरीके से सर्वे कार्य को माना जा रहा है। ग्रामीण हरभान सिंह, देवी सिंह, राजन और विजेन्दर धरने पर बैठे हैं। किसानो का कहना है कि प्रशासन के आला-अधिकारियों को समस्या से कई बार अवगत कराया गया है, किंतु आज तक समस्या का हल नहीं हो सका है।
बीते दिन भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी ) गुट ने किसानो के आंदोलन को समर्थन देकर आंदोलन की ज्वाला को तेज कर दिया। रविवार को भी किसान मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर डटे रहे। किसानो का कहना था कि जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, वे धरने से हvरगिज नहीं हटेंगे। चाहे उन्हें मरना पड़े। इस मौके पर तमाम किसान मौजूद रहे ।