अयोध्या में श्रीराम के पावन आगमन पर राजधानी में सजा श्रीराम कथा का भव्य दरबार
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लखनऊ। राम राज बैठे त्रैलोका। हरषित भए गए सब सोका।। बयस न कर काहू सन कोई। राम प्रताप विषमता खोई।।
अर्थात मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के सिंहासन पर आसीन होते ही सर्वत्र हर्ष व्याप्त हो गया, सारे भय-शोक दूर हो गए एवं दैहिक, दैविक और भौतिक तापों से मुक्ति मिल गई। अयोध्या में भगवान श्रीराम के पावन आगमन के उपलक्ष्य में राजधानी में श्रीराम कथा एवं सीताराम यज्ञ का शुभारंभ हुआ। 24 जनवरी से एक फरवरी तक प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर महाराज की अमृतमयी वाणी से श्रद्धालु श्रीराम कथा का श्रवण करेंगे। शुभारंभ अवसर पर मुख्य यजमान उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सहित तमाम गणमान्यजन उपस्थित रहे।
विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के बैनर तले नौ दिवसीय श्रीराम कथा एवं सीताराम यज्ञ का भव्य आयोजन डीएवी कॉलेज (ऐशबाग रोड, नाका थाने के निकट) किया जा रहा है। कथा के प्रथम दिवस पर कथावचक ने तुलसी चरित्र की व्याख्या की। श्रीराम कथा एवं सीताराम यज्ञ पूर्ण होने के बाद दो फरवरी को भक्त लखनऊ से अयोध्या श्रीराम दर्शन के लिए रवाना होंगे। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि पूर्वाहन 11 बजे से दोपहर एक बजे तक सीताराम यज्ञ एवं दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक श्रद्धालु प्रतिदिन श्रीराम कथा का श्रवण कर सकते हैं। इस पूर्व कथा का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया गया।