लखनऊ में अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई पर हंगामा, किसान की हरकतों से बिगड़ा माहौल

लखनऊ में अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई पर हंगामा, किसान की हरकतों से बिगड़ा माहौल
लखनऊ। मोहनलालगंज के मस्तेमऊ गांव में नगर निगम की टीम जब अवैध कब्जा हटाने पहुंची तो वहां बवाल खड़ा हो गया। नगर निगम अधिकारियों के अनुसार सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराने गई टीम से कुछ किसानों ने न सिर्फ बदसलूकी की बल्कि माहौल बिगाड़ने का प्रयास भी किया।
मामला खसरा संख्या 868 की भूमि से जुड़ा है, जो अभिलेखों में खाद का गड्ढा दर्ज है। इस पर करीब 3 हजार वर्ग फुट पर कब्जा कर निर्माण किया गया था। इसकी बाजारू कीमत 1 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।
नगर आयुक्त गौरव कुमार के निर्देश पर नायब तहसीलदार रत्नेश कुमार के नेतृत्व में नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची। इसी दौरान कब्जेदार किसान ने नायब तहसीलदार व कर्मचारियों से गाली-गलौज शुरू कर दी और माहौल बिगाड़ने के लिए अन्य किसानों को फोन कर बुला लिया। देखते ही देखते भीड़ इकट्ठा हो गई और अधिकारियों का घेराव कर लिया गया।
नायब तहसीलदार रत्नेश कुमार ने कहा— “टीम पूरी तरह से सरकारी जमीन से कब्जा हटाने की कार्रवाई कर रही थी। तभी कब्जेदार ने मेरे परिवार तक को गालियां दीं और भीड़ इकट्ठा कर हम पर दबाव बनाने लगा। मैंने केवल खुद को बचाने के लिए उसे अपने से अलग किया, थप्पड़ मारने का आरोप पूरी तरह निराधार है। भीड़ ने हमें घेर लिया था, मैं मुश्किल से अपनी टीम को सुरक्षित निकाल पाया।”
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि कुछ किसान यूनियनों के सहारे कब्जेदार सरकारी कार्रवाई को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। आश्चर्य की बात यह रही कि भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद भीड़ ने उग्रता दिखाई और पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद क्षेत्र में तनाव है, वहीं नगर निगम का कहना है कि किसी भी कीमत पर सरकारी जमीन से अवैध कब्जे हटाए जाएंगे।
पीड़ित किसान का कहना व नगर निगम अधिकारी का कहना
पीड़ित किसान ने नगर निगम के कर्मचारी पर आरोप लगाया है कि वह उनकी पुस्तैनी जमीन पर बुलडोजर चला रहे थे जिस पर मैंने विरोध किया और उंन्होने मुझे थप्पड़ मार दिया वही नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि लगातार कब्जेदार हम लोगो को माँ बहन बेटी की गाली दे रहा था और सरकारी कार्य मे लगातार बाधा डाल रहा था जिस पर कहासुनी हुई है फिलहाल वायरल वीडियो की जाँच की जा रही है
अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह का बयान
किसी भी हाल में सरकारी जमीन से कब्जे हटाये जाएंगे क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशा है कि हर तरह के सरकारी जमीन से अवैध कब्जा मुक्त कराया जाय।
प्रभारी संपत्ति अधिकारी रामेश्वर सिंह का कहना
लखनऊ नगर निगम के प्रभारी संपत्ति अधिकारी रामेश्वर प्रसाद का कहना है कि टीम सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने गई थी जिस पर ग्रामीणों ने घेराव कर सरकारी कार्य मे बाधा डाला और कर्मचारियो को माँ बहन की गलियां दी मामला बढ़ता देख कर्मचारियो ने सूझबूझ से कब्जा हटवाया



