Lucknow:तेरह वार्डो में तेरह अधिकारियों ने किया निरीक्षण-संचारी रोग से बचाव के लिए मुहिम जारी
संचारी रोगों पर रोकथाम के लिए नगर निगम का अभियान जारी
रितेश श्रीवास्तव-ऋतुराज
📰 संचारी रोगों पर रोकथाम के लिए नगर निगम का अभियान जारी
📅 शुक्रवार को विभिन्न वार्डों में अधिकारियों ने किया निरीक्षण
लखनऊ। बरसात के मौसम में फैलने वाले डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और अन्य संचारी रोगों की रोकथाम के लिए नगर निगम लखनऊ द्वारा संचालित विशेष सफाई अभियान लगातार गति पकड़ रहा है। नगर आयुक्त श्री गौरव कुमार के निर्देश पर शुक्रवार को भी शहर के विभिन्न वार्डों में वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर जाकर सफाई व्यवस्था और जल निकासी तंत्र का गहन निरीक्षण किया।

अधिकारियों ने नालियों की सफाई, सीवर लाइन की स्थिति, कूड़ा उठान की नियमितता और सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता का जायजा लिया। साथ ही गली-मोहल्लों और पार्कों में फैली गंदगी तथा जलभराव की समस्याओं को तत्काल प्रभाव से दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
✅ शुक्रवार को हुए निरीक्षण के दौरान—
📍 लालकुआं वार्ड – अपर नगर आयुक्त ललित कुमार
📍 अलीगंज वार्ड – अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह
📍 न्यू हैदरगंज तृतीय – अपर नगर आयुक्त डॉ. अरविंद कुमार राव
📍 ऐशबाग वार्ड – अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्त
📍 फैजुल्लागंज-द्वितीय – चीफ इंजीनियर (सिविल) महेश वर्मा
📍 मल्लाही टोला द्वितीय – चीफ इंजीनियर (आरआर) मनोज प्रभात
📍 अटल बिहारी वाजपेई वार्ड – नगर स्वास्थ्य अधिकारी प्रवीन श्रीवास्तव
📍 सरोजनीनगर प्रथम – मुख्य वित्त लेखाधिकारी महामिलिंद लाल
📍 गोमती नगर वार्ड – मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह
📍 रानी लक्ष्मी बाई वार्ड – मुख्य कर निर्धारण अधिकारी विनय राय
📍 बालागंज वार्ड – सहायक नगर आयुक्त विनीत सिंह
📍 अंबेडकर नगर वार्ड – सहायक नगर आयुक्त विकास सिंह
📍 शंकरपुरवा वार्ड – सहायक नगर आयुक्त रामेश्वर प्रसाद

🔹 नालियों और सीवर की सफाई पर विशेष ध्यान।
🔹 जलभराव वाले क्षेत्रों में तुरंत कार्यवाही।
🔹 सफाई कर्मियों की ड्यूटी मौके पर तय।
🔹 नागरिकों को किया गया जागरूक।
🌿 निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि वे घरों में पानी न रुकने दें, समय-समय पर ब्लीचिंग पाउडर और दवा का छिड़काव कराएं तथा अपने आसपास की स्वच्छता में सहयोग करें।

👉 नगर निगम का यह विशेष अभियान 30 अगस्त तक जारी रहेगा। इसके अंतर्गत शहर के सभी 110 वार्डों में अलग-अलग अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में भेजा जा रहा है। निगम प्रशासन का कहना है कि इस तरह की सतत निगरानी से शहर को स्वच्छ, सुरक्षित और रोगमुक्त बनाने में मदद मिलेगी।



