लखनऊ को स्वच्छता में तीसरा स्थान दिलाने वाले कर्मियों को महापौर ने दी बधाई, कहा – “यह उपलब्धि आपकी मेहनत का परिणाम”
कर्मचारी संगठनों की रही प्रभावी भागीदारी

लखनऊ को स्वच्छता में तीसरा स्थान दिलाने वाले कर्मियों को महापौर ने दी बधाई, कहा – “यह उपलब्धि आपकी मेहनत का परिणाम”
लखनऊ | 22 जुलाई, 2025
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में लखनऊ को देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किए जाने के बाद नगर निगम और जलकल विभाग के कर्मचारियों को बधाई देने के लिए एक विशेष बैठक का आयोजन महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल के कैंप कार्यालय में किया गया। इस अवसर पर नगर निगम और जलकल से जुड़े सभी प्रमुख कर्मचारी संगठनों के अध्यक्ष एवं महामंत्री उपस्थित रहे।
महापौर सुषमा खर्कवाल ने इस सफलता का श्रेय कर्मचारियों की निस्वार्थ सेवा, कड़ी मेहनत और टीमवर्क को दिया। उन्होंने कहा:
“यह सफलता किसी एक व्यक्ति या विभाग की नहीं, बल्कि आप सभी कर्मचारियों के परिश्रम और समर्पण का परिणाम है। आपने मौसम की परवाह किए बिना सेवा भावना से कार्य किया है, और इसी का परिणाम है कि लखनऊ आज पूरे देश में गर्व से तीसरे पायदान पर खड़ा है।”,,महापौर
कर्मचारी संगठनों की रही प्रभावी भागीदारी
इस बैठक में नगर निगम लखनऊ और जलकल विभाग के अंतर्गत आने वाले प्रमुख संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इनमें शामिल थे:
- नगर निगम एवं जलकल कर्मचारी संघ लखनऊ
- लखनऊ जल संस्थान श्रमिक संघ
- जलकल कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश लखनऊ
- जलकल नगर निगम नियमित एवं आउटसोर्सिंग कर्मचारी संघ
- उत्तर प्रदेश जल संस्थान कर्मचारी संघ
- लखनऊ जल संस्थान कर्मचारी परिषद उत्तर प्रदेश
- चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ
- लखनऊ जल संस्थान एम्प्लाइज यूनियन
साथ ही सफाई कार्यों से जुड़े प्रमुख संगठनों जैसे:
- उत्तर प्रदेश सफाई मजदूर संघ
- सफाई कर्मचारी संघ लखनऊ
- राज्य सफाई कर्मचारी संघ
- उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संयुक्त मंच
- नगर निगम नियमित एवं संविदा सफाई कर्मचारी संघ
इनके अलावा नगर निगम से जुड़े अन्य कर्मचारी संगठनों जैसे स्थानीय निकाय महासंघ, नगर महापालिका कर्मचारी यूनियन, केन्द्रीय कार्यशाला एवं आर.आर. संघ, लखनऊ विद्युत एवं यांत्रिक विभाग कर्मचारी संघ आदि के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में भाग लिया।
स्वच्छता को जनआंदोलन का रूप देने का आह्वान
महापौर जी ने सभी संगठनों से अपील की कि वे अपने-अपने स्तर पर कर्मचारियों को निरंतर प्रेरित करें और स्वच्छता को केवल एक सरकारी अभियान न मानकर जनआंदोलन में परिवर्तित करें। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि नगर निगम प्रशासन सभी कर्मचारियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुनेगा और यथासंभव समाधान सुनिश्चित करेगा।
बैठक के अंत में सभी संगठनों ने एकजुट होकर महापौर को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी वे उसी निष्ठा, समर्पण और ऊर्जा से लखनऊ को स्वच्छता की नई ऊंचाइयों तक ले जाने में योगदान देते रहेंगे।



