एलडीए ने 177 किसानों को लॉटरी से आवंटित किए व्यावसायिक चबूतरे
LDA उपाध्यक्ष के हस्तक्षेप से सुलझा मामला-किसान खुश

एलडीए ने 177 किसानों को लॉटरी से आवंटित किए व्यावसायिक चबूतरे
लखनऊ | विशेष संवाददाता |
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने सावन के शुभ अवसर पर जानकीपुरम क्षेत्र के प्रभावित किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार की पहल पर लंबे समय से लंबित किसानों की मांग को पूरा करते हुए 177 पात्र किसानों को व्यावसायिक चबूतरे आवंटित किए गए। यह आवंटन बुधवार को प्राधिकरण भवन के बारादरी लॉन में लॉटरी के माध्यम से पारदर्शी प्रक्रिया के तहत किया गया।
अधिग्रहित भूमि पर मिला चबूतरे का अधिकार
अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने जानकारी दी कि जानकीपुरम नगर प्रसार योजना के तहत ग्राम मोहिबुल्लापुर, खरगपुर जागीर, पहाड़पुर, अकिलपुर, भिठौली खुर्द, बटहा सबौली, सेमरा गौढ़ी, मोहिद्दीनपुर, सिकन्दरपुर इनायत अली, खलीलाबाद एवं जाहिदपुर की भूमि अधिग्रहित की गई थी। इन गांवों के किसानों को रोजगार उपलब्ध कराने और उनकी हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उन्हें व्यावसायिक चबूतरों का आवंटन किया जाना था।
उपाध्यक्ष के निर्देश से सुलझा वर्षों पुराना मामला
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने किसानों की इस मांग को गंभीरता से लेते हुए सीतापुर रोड पर रेलवे लाइन के किनारे एलडीए की अर्जित भूमि से अवैध कब्जे हटवाए, और वहां 177 व्यावसायिक चबूतरों का निर्माण कराया। इसके बाद पात्र किसानों के आवेदनों की पुनः जांच कर लॉटरी कराने का निर्णय लिया गया।
पारदर्शी प्रक्रिया में किसानों ने खुद निकाली लॉटरी की पर्चियां
829 पात्र किसानों के बीच आयोजित इस लॉटरी प्रक्रिया में 177 किसानों के नाम सामने आए, जिन्हें व्यावसायिक चबूतरों का आवंटन किया गया। इस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए रखने के लिए किसानों से ही लॉटरी की पर्चियां निकलवाई गईं। मौके पर बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे, जिनकी आंखों में राहत और संतोष साफ झलक रहा था।
उपस्थित रहे वरिष्ठ अधिकारी
इस अवसर पर जोनल अधिकारी संगीता राघव, अधिशासी अभियंता मनोज सागर, व्यावसायिक सेल और अर्जन अनुभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने लॉटरी प्रक्रिया को शांतिपूर्ण व पारदर्शी ढंग से संपन्न कराया।
📍 जानकीपुरम में व्यावसायिक अवसरों को बढ़ावा देने और किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में यह एलडीए की एक बड़ी पहल मानी जा रही है।



