लखनऊ-सुलभ आवास योजना में सीवर का पानी बना नर्क, जिम्मेदार विभागों की लापरवाही उजागर
लखनऊ-सुलभ आवास योजना में सीवर का पानी बना नर्क, जिम्मेदार विभागों की लापरवाही उजागर
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) द्वारा जानकीपुरम विस्तार सेक्टर-जे में अधूरी मूलभूत सुविधाओं के साथ आवंटित सुलभ आवास योजना अब निवासियों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है। कॉलोनी में गंदा पानी बहने और कूड़े के ढेर के बीच 599 परिवार नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।
जानकीपुरम विस्तार के सेक्टर-जे स्थित सुलभ आवास योजना में महीनों से सीवर का पानी कॉलोनी की सड़क पर बह रहा है। रहवासियों ने कई बार नगर निगम और जलकल विभाग के जिम्मेदारों को सूचना दी, लेकिन समस्या जस की तस बनी रही।
निवासियों का कहना है कि कॉलोनी के अधूरे विकास कार्यों के बावजूद लखनऊ विकास प्राधिकरण ने उन्हें आवास सौंप दिए, जबकि शुद्ध पेयजल, जल निकासी और साफ-सफाई जैसी बुनियादी सुविधाएं अब भी उपलब्ध नहीं हैं।
इतना ही नहीं, नगर निगम द्वारा गृहकर शिविर लगाकर कर वसूला गया, लेकिन सुविधाओं के नाम पर शून्यता है। जब इस समस्या की जानकारी जोन 3 के अधिकारियों और स्वेज इंडिया को दी गई, तो स्वेज इंडिया ने जवाब दिया कि कॉलोनी अभी हैंडओवर नहीं हुई, इसलिए वह कुछ नहीं कर सकते।
सवाल यह उठता है कि जब कॉलोनी अभी प्राधिकरण के अधीन है तो नगर निगम किस अधिकार से गृहकर वसूल रहा है?
गेटर लखनऊ जनकल्याण महासमिति के महासचिव विवेक शर्मा व स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद जलकल विभाग के महाप्रबंधक ने संज्ञान लेते हुए जोन 3 की टीम को भेजा, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान अब भी अधर में लटका हुआ है।
जनता अब जिम्मेदार विभागों से यह पूछने को मजबूर है — क्या सिर्फ कर वसूली ही आपका काम है या नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं देना भी? सवाल अब भी अनुत्तरित हैं।



