सीएम योगी ने किया ‘अनंत नगर आवासीय योजना’ का शुभारंभ, डेढ़ लाख लोगों को मिलेगा लाभ

सीएम योगी ने किया ‘अनंत नगर आवासीय योजना’ का शुभारंभ, डेढ़ लाख लोगों को मिलेगा लाभ
लखनऊ, 4 अप्रैल। वासंतीय नवरात्रि के शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ को एक बड़ी सौगात देते हुए ‘अनंत नगर आवासीय योजना’ का विधिवत शुभारंभ किया। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) द्वारा विकसित की जा रही यह योजना 800 एकड़ क्षेत्र में 7 हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जा रही है। योजना के तहत विभिन्न आय वर्गों को ध्यान में रखते हुए फ्लैट, प्लॉट और प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास उपलब्ध कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार का लक्ष्य है कि हर नागरिक को सस्ती, आधुनिक और समय से पूर्व आवासीय सुविधा मिले ताकि ‘ईज ऑफ लिविंग’ को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि 20 वर्षों के बाद लखनऊ में ऐसी कोई बड़ी आवासीय योजना आई है, और अब यह जरूरी है कि उतनी ही तेजी से इसका लाभ आमजन को मिले।
योजना की विशेषताएं
- 800 एकड़ में फैली इस योजना में 1.5 लाख लोगों को आवासीय सुविधा मिलेगी।
- 10,000 फ्लैट्स का निर्माण किया जाएगा और 4,000 प्लॉट भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
- 5,000 भवनों में EWS व LIG वर्ग के 25,000 से अधिक लोगों को आवास मिलेगा।
- प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 3,000 आवास विकसित किए जाएंगे।
- 130 एकड़ में हरित पार्क और 100 एकड़ में एडुटेक सिटी का निर्माण प्रस्तावित है।
शिक्षा और तकनीक का केंद्र बनेगा अनंत नगर
सीएम योगी ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत इंटीग्रेटेड टाउनशिप मॉडल अपनाया गया है, जिसमें प्री-प्राइमरी से लेकर हायर एजुकेशन, टेक्निकल और मेडिकल शिक्षा तक की सुविधाएं एक ही परिसर में उपलब्ध होंगी। उन्होंने निर्देश दिया कि अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर योजना को तय समय सीमा के भीतर पूर्ण किया जाए, जिससे लोगों को शीघ्र लाभ मिल सके।
मिडिएटर रहित, पारदर्शी व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने एलडीए को निर्देश दिया कि किसी भी जरूरतमंद को योजना का लाभ उठाने के लिए किसी बिचौलिए की आवश्यकता न पड़े। “हमारा उद्देश्य पारदर्शी चयन प्रक्रिया के जरिए सभी वर्गों को लाभ पहुंचाना है,” उन्होंने कहा।
वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की ओर कदम
सीएम योगी ने इस योजना को उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने की दिशा में एक मजबूत और सार्थक पहल बताया। उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ लोगों के जीवन में बदलाव आएगा, बल्कि लखनऊ की पहचान भी एक आधुनिक, हरित और आत्मनिर्भर शहर के रूप में स्थापित होगी।
इस अवसर पर कार्यक्रम में प्रदेश के कई वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि व एलडीए के अधिकारीगण उपस्थित रहे