स्वच्छता की रैंकिंग सुधरेगी या और गिरेगी? जानकीपुरम में सड़कों पर बहाया जा रहा सीवर का मल!

स्वच्छता की रैंकिंग सुधरेगी या और गिरेगी? जानकीपुरम में सड़कों पर बहाया जा रहा सीवर का मल!
लखनऊ, 26 मार्च 2025 – एक ओर सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरों को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने का दावा कर रही है, तो दूसरी ओर राजधानी लखनऊ में स्वच्छता अभियान की सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है। लखनऊ के जोन 3 स्थित जानकीपुरम में जानकी प्लाजा वाली मुख्य सड़क पर निजी संचालकों द्वारा घरों, दुकानों और प्रतिष्ठानों से निकला सीवर का मल ट्रॉली में इकट्ठा कर खुलेआम गिराया जा रहा है।
बीमारी फैलने का बड़ा खतरा, प्रशासन बेखबर!
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह समस्या कोई नई नहीं है। हर दिन सैकड़ों ट्रॉलियां शहर के बीचों-बीच सीवर का कचरा सड़क किनारे या खुले सीवर में डाल रही हैं। इससे गंदगी, बदबू और बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि नगर स्वास्थ्य अधिकारी और स्वच्छ भारत मिशन की टीम आखिर क्या कर रही है?
आखिर कौन लेगा जिम्मेदारी?
यह स्थिति न केवल स्वच्छता की रैंकिंग को नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि शहरवासियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी कर रही है। प्रशासन केवल कागजों में योजनाएं बनाकर अपनी पीठ थपथपा रहा है, लेकिन जमीन पर हकीकत कुछ और ही है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस अव्यवस्था से परेशान स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही। लोगों का कहना है कि नगर निगम के अधिकारी सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन असल में समस्या के समाधान की कोई कोशिश नहीं की जा रही।
“मुस्कुराइए, आप लखनऊ में हैं?”
लखनऊ को स्वच्छता रैंकिंग में ऊपर लाने के लिए बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत यही है कि शहर की सड़कों पर सीवर का गंदा पानी बहाया जा रहा है। क्या जिम्मेदार अधिकारी इस पर ध्यान देंगे या फिर सिर्फ “मुस्कुराइए, आप लखनऊ में हैं” जैसे जुमलों तक ही सीमित रहेंगे?
प्रशासन कब जागेगा?
अब देखना होगा कि नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और स्वच्छ भारत मिशन की टीम इस गंभीर समस्या पर क्या ठोस कदम उठाती है या फिर शहर की सड़कों को *सीवर का नाला बनता देख चुप्पी साधे रहेगी।