शिक्षा, शिक्षक, शिक्षित समाज—इसी संकल्प के साथ मैदान में प्रो. आर्किटेक्ट सुनील कुमार श्रीवास्तव
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शिक्षा, शिक्षक, शिक्षित समाज—इसी संकल्प के साथ मैदान में प्रो. आर्किटेक्ट सुनील कुमार श्रीवास्तव
लखनऊ। “शिक्षा, शिक्षक, शिक्षित समाज—यही आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।” इसी विचारधारा को लेकर प्रो. आर्किटेक्ट सुनील कुमार श्रीवास्तव ने विधान परिषद लखनऊ खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से अपनी दावेदारी पेश की है। शिक्षा के क्षेत्र में वर्षों से योगदान देने वाले सुनील श्रीवास्तव ने कई शिक्षण संस्थानों में ज्ञान का प्रकाश फैलाया है। उनका मानना है कि शिक्षा जीवन की सबसे बड़ी कड़ी है, और इसी उद्देश्य के साथ वह चुनावी मैदान में उतरे हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में अनुभव, समाज को बेहतर दिशा देने की प्रतिबद्धता
प्रो. सुनील कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि शिक्षित समाज ही प्रगति का आधार है। उन्होंने स्टार न्यूज़ भारत से विशेष बातचीत में बताया कि उनकी प्राथमिकता शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करना और शिक्षकों व विद्यार्थियों की समस्याओं को हल कराना रहेगा।
क्या कहते हैं प्रो. सुनील श्रीवास्तव?
स्टार न्यूज़ भारत से चर्चा में उन्होंने कहा,
“मेरे लिए शिक्षा सिर्फ एक विषय नहीं, बल्कि एक आंदोलन है। अगर हम समाज को शिक्षित करेंगे, तो देश को प्रगति के नए पथ पर ले जा सकते हैं। मेरा संकल्प है कि मैं शिक्षकों और छात्रों की समस्याओं को समझकर उनके लिए ठोस नीतियां बनवाने की दिशा में कार्य करूंगा।”
चुनाव में नई उम्मीदें, शिक्षकों व छात्रों का समर्थन
विधान परिषद लखनऊ खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में उनकी उम्मीदवारी को लेकर शिक्षकों और छात्रों में उत्साह देखा जा रहा है। कई शिक्षाविदों का मानना है कि यदि शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोग राजनीति में आते हैं, तो इससे नीतियों में सुधार और शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा मिल सकती है।
भविष्य की योजनाएं
प्रो. सुनील कुमार श्रीवास्तव ने आगे बताया कि उनकी प्राथमिकता रहेगी:
✅ शिक्षकों के हितों की रक्षा
✅ शिक्षा नीति में सकारात्मक बदलाव
✅ युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा से जोड़ना
✅ तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देना
शिक्षा जगत से राजनीति तक का सफर
शिक्षा क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ और सामाजिक सरोकारों को लेकर उनकी पहचान बनी हुई है। अब देखने वाली बात होगी कि क्या जनता उनके विजन को समर्थन देती है और उन्हें इस चुनाव में जीत दिलाती है।