लखनऊ-नगर आयुक्त ने देर रात्रि किया औचक निरीक्षण, व्यवस्थाओं पर जताया संतोष

मुख्यमंत्री के निर्देश पर रैन बसेरों का निरीक्षण हुआ तेज
नगर आयुक्त ने देर रात्रि किया औचक निरीक्षण, व्यवस्थाओं पर जताया संतोष
शहर में बढ़ती ठंड को देखते हुए नगर निगम द्वारा संचालित रैन बसेरों की व्यवस्थाओं का जायज़ा लेने के लिए नगर आयुक्त गौरव कुमार ने देर रात्रि औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य ठंड के मौसम में निराश्रित, बेसहारा एवं जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की वास्तविक स्थिति का आकलन करना था, ताकि किसी भी स्तर पर लापरवाही न रहे।
जियामऊ रैन बसेरा (जोन-1)
निरीक्षण की शुरुआत जोन-1 अंतर्गत जियामऊ स्थित रैन बसेरे से हुई। नगर आयुक्त ने यहां साफ-सफाई, बिस्तरों की उपलब्धता, प्रकाश व्यवस्था एवं सुरक्षा इंतजामों का निरीक्षण किया। मौके पर अलाव जलते हुए मिले, जिससे ठंड से बचाव की समुचित व्यवस्था स्पष्ट दिखी।
नगर आयुक्त ने रैन बसेरे में ठहरे आश्रितों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं जानीं और व्यवस्थाओं को लेकर फीडबैक लिया। आश्रितों ने उपलब्ध सुविधाओं पर संतोष व्यक्त किया।
लाटूश रोड रैन बसेरा (जोन-2)
इसके उपरांत नगर आयुक्त जोन-2 स्थित लाटूश रोड रैन बसेरा पहुंचे। यहां रात्रि भोजन की व्यवस्था का निरीक्षण किया गया। भोजन की गुणवत्ता, वितरण व्यवस्था एवं समयबद्धता का जायज़ा लिया गया। भोजन पाकर आश्रितों के चेहरों पर संतोष नजर आया।
लक्ष्मण मेला मैदान रैन बसेरा
निरीक्षण के अंतिम चरण में नगर आयुक्त लक्ष्मण मेला मैदान स्थित रैन बसेरा पहुंचे। यहां अलाव की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ कंबल वितरण, पेयजल, शौचालय एवं स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की भी जांच की गई। सभी आवश्यक व्यवस्थाएं मौके पर संतोषजनक पाई गईं।
नगर आयुक्त के निर्देश
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त श्री गौरव कुमार ने वहां तैनात कर्मचारियों को निर्देशित किया कि—
- रैन बसेरों की नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाए।
- साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।
- ठंड के मौसम में जरूरतमंदों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाए।
- किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
नगर आयुक्त ने स्पष्ट कहा कि ठंड के इस मौसम में कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति खुले में सोने को मजबूर न हो, यह नगर निगम की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
नगर निगम का संकल्प है कि शीतलहर के दौरान शहर के सभी रैन बसेरों में सुरक्षित, स्वच्छ एवं मानवीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ताकि जरूरतमंदों को राहत मिल सके।



