लखनऊ पूर्वी विधानसभा के विधायक ओ. पी. श्रीवास्तव की पहल पर ऐतिहासिक शुरुआत — छठ पर्व पर कुकरैल बैराज छठ घाट पर आयोजित होगा लोक संस्कृति का कार्यक्रम
कुकरैल बैराज छठ घाट पर प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा पहली बार भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन

रितेश श्रीवास्तव-ऋतुराज
कुकरैल बैराज छठ घाट पर प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा पहली बार भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
- लखनऊ पूर्वी विधानसभा के विधायक ओ. पी. श्रीवास्तव की पहल पर ऐतिहासिक शुरुआत — छठ पर्व पर लोक संस्कृति की झलक दिखाएगा सरकारी मंच
लखनऊ। 25 अक्टूबर 2025
लखनऊ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के विधायक ओ. पी. श्रीवास्तव की विशेष पहल और सतत प्रयासों से पहली बार कुकरैल बैराज छठ पूजा घाट पर संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा दो दिवसीय भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
अब तक विधानसभा क्षेत्र के किसी भी छठ पूजा स्थल पर संस्कृति विभाग की ओर से ऐसा आयोजन नहीं हुआ था। यह पहला अवसर होगा जब श्रद्धालु और स्थानीय नागरिक छठ महापर्व के अवसर पर लोक कला, संगीत और पारंपरिक संस्कृति की सरकारी प्रस्तुतियाँ एक ही मंच पर देख सकेंगे।
विधायक ओ. पी. श्रीवास्तव ने हाल ही में संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री मा. जयवीर सिंह से भेंट कर 27 व 28 अक्टूबर को विभागीय सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने का अनुरोध किया था। मंत्री ने विधायक के इस जनहितपूर्ण आग्रह को तुरंत स्वीकार करते हुए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए।
संस्कृति निदेशालय, उत्तर प्रदेश द्वारा प्राप्त सूचना के अनुसार 27 अक्टूबर को प्रसिद्ध लोकगायक राजेश प्रताप अपनी प्रस्तुतियों से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर करेंगे, जबकि 28 अक्टूबर को सुप्रसिद्ध लोकगायक श्यामजीत सिंह अपने गीतों से वातावरण को भक्तिमय बना देंगे।
कार्यक्रम के लिए मंच, लाइट, साउंड, सुरक्षा एवं अन्य सभी व्यवस्थाएँ संस्कृति विभाग और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से की जा रही हैं।
इस अवसर पर विधायक ओ. पी. श्रीवास्तव ने कहा, “छठ महापर्व लोक आस्था, स्वच्छता और अनुशासन का प्रतीक है। क्षेत्र की जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए माननीय मंत्री जी ने जो यह पहल स्वीकार की है, वह लखनऊ पूर्वी की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएगी।”
विधायक श्रीवास्तव की सक्रियता और संवेदनशील नेतृत्व की सराहना करते हुए श्रद्धालुओं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा भाजपा कार्यकर्ताओं में हर्ष की लहर दौड़ गई है। सभी ने इसे लखनऊ पूर्वी के लिए “ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण क्षण” बताया।
यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बनेगा, बल्कि क्षेत्र में लोक संस्कृति, पर्यटन और पारंपरिक कलाओं के संरक्षण का नया अध्याय भी जोड़ेगा। विधायक श्रीवास्तव की इस पहल से निश्चय ही लखनऊ पूर्वी का गौरव और भी बढ़ेगा।



