यू.पी. रेरा ने पचास हजार से ज्यादा जनता की शिकायतों का किया निस्तारण
यू.पी. रेरा ने शिकायतों के ऐतिहासिक निस्तारण से उपभोक्ता विश्वास को दी मज़बूती

यू.पी. रेरा ने शिकायतों के ऐतिहासिक निस्तारण से उपभोक्ता विश्वास को दी मज़बूती
दिनांक: 07-09-2025
लखनऊ/गौतमबुद्ध नगर:
उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (यू.पी. रेरा) ने उपभोक्ता शिकायतों के निस्तारण में उल्लेखनीय सफलता हासिल कर देश की सबसे प्रभावी रियल एस्टेट नियामक संस्थाओं में अपनी पहचान और मजबूत की है। अथॉरिटी के लगातार प्रयासों से गृहखरीदारों का विश्वास बढ़ा है, क्योंकि समय पर मकानों के कब्ज़े, धन वापसी और प्रमोटरों द्वारा देरी से ब्याज भुगतान जैसी शिकायतों का निपटारा सुनिश्चित किया जा रहा है।
अपनी स्थापना के बाद से ही यू.पी. रेरा गृहखरीदारों के लिए शिकायत दर्ज कराने का एक विश्वसनीय मंच बन चुका है। अब तक रेरा अधिनियम की धारा-31 के तहत फ़ॉर्म ‘एम’ में कुल 58,545 शिकायतें दर्ज की गईं, जो देशभर में दर्ज उपभोक्ता शिकायतों का 39% है। इनमें से अथॉरिटी द्वारा 50,812 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है, जो पूरे देश में निस्तारित कुल शिकायतों का लगभग 40% है। 85.20% की निस्तारण दर के साथ यू.पी. रेरा लगातार अन्य राज्यों से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। यह उसकी जवाबदेही और उपभोक्ता हितों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
केवल साल 2025 में ही 2,394 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 1,810 शिकायतों का निस्तारण पहले ही किया जा चुका है। यह उपलब्धि अथॉरिटी की सक्रियता और समयबद्ध कार्यशैली को दर्शाती है। इसने यह सिद्ध कर दिया है कि बड़े पैमाने पर शिकायतों को भी निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखते हुए त्वरित ढंग से निपटाया जा सकता है।
शिकायतों का भौगोलिक वितरण भी प्रदेश के शहरी विकास की गति को दिखाता है। उपभोक्ता शिकायतों में शीर्ष पाँच ज़िले हैं—गौतमबुद्ध नगर, लखनऊ, गाज़ियाबाद, वाराणसी और मेरठ। ये जिले रियल एस्टेट विकास के प्रमुख केंद्र हैं, जहां अधिकांश शिकायतें आवासीय परियोजनाओं और कब्ज़े में देरी से जुड़ी होती हैं। इन जिलों में उपभोक्ता अधिकारों की रक्षा कर यू.पी. रेरा ने संतुलित विकास को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है।
इस उपलब्धि पर यू.पी. रेरा के चेयरमैन संजय भूसरेड्डी ने कहा:
“यू.पी. रेरा गृहखरीदारों के अधिकारों की रक्षा और रियल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता लाने के मिशन पर काम कर रहा है। शिकायतों के उच्च निस्तारण दर से अथॉरिटी की दक्षता और समय पर न्याय के प्रति प्रतिबद्धता झलकती है। हम आगे भी प्रमोटरों की जवाबदेही तय करने और उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए अपने प्रयासों को और मज़बूत करते रहेंगे।”
गृहखरीदारों की शिकायतों के निस्तारण में यू.पी. रेरा की सफलता ने न केवल उपभोक्ता विश्वास को और मजबूत किया है, बल्कि रियल एस्टेट डेवलपर्स को भी निष्पक्ष और पारदर्शी कार्यशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया है। शिकायतों के प्रभावी निस्तारण और कड़े नियामक नियंत्रण के साथ यू.पी. रेरा ने अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श मानक स्थापित कर दिया है।
-
अब तक दर्ज शिकायतें: 58,545
-
निस्तारित शिकायतें: 50,812
-
निस्तारण दर: 85.20%
-
साल 2025 में दर्ज शिकायतें: 2,394
-
2025 में निस्तारित शिकायतें: 1,810
-
शीर्ष 5 जिले: गौतमबुद्ध नगर, लखनऊ, गाज़ियाबाद, वाराणसी, मेरठ



