रक्षाबंधन पर्व पर 63 लाख बहनों ने उठाया मुफ्त बस सेवा का लाभ-महिलाओं ने सरकार को दिया धन्यवाद

रक्षाबंधन पर्व पर सरकार का अनोखा तोहफ़ा – 63 लाख बहनों ने उठाया मुफ्त बस सेवा का लाभ
लखनऊ, 23 अगस्त 2025।
रक्षाबंधन पर्व पर इस बार उत्तर प्रदेश की सड़कों पर उत्सव जैसा नज़ारा देखने को मिला। प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं को समर्पित फ्री बस यात्रा सेवा ने लाखों घरों में खुशी और उत्साह भर दिया। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का यह पर्व जब बहनें अपने भाइयों के पास पहुंची, तो उनकी मुस्कान और सहज यात्रा ने सरकार के इस निर्णय को सार्थक बना दिया।
इस बार रक्षाबंधन पर महिलाओं को रिकॉर्ड 66 घंटे तक मुफ्त यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई गई। महिलाओं के साथ एक सहयात्री को भी इस सेवा का लाभ मिला। परिणामस्वरूप 63 लाख महिलाओं और 15 लाख सहयात्रियों ने प्रदेश की परिवहन बसों से निःशुल्क यात्रा की। यह उपलब्धि न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है बल्कि यूपी रोडवेज़ के उत्कृष्ट संचालन का उदाहरण भी है।
परिवहन निगम का कीर्तिमान
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने इस पर्व को यादगार बना दिया। निगम ने पूरे प्रदेश में 11,813 बसों का संचालन किया, ताकि किसी भी यात्री को असुविधा न हो। लखनऊ से लेकर गोरखपुर, वाराणसी, आगरा, मेरठ, अलीगढ़, प्रयागराज, कानपुर, झांसी समेत सभी 20 क्षेत्रों में बसों की तैनाती की गई।
- आगरा क्षेत्र – 584
- गाजियाबाद – 953
- मेरठ – 880
- सहारनपुर – 645
- नोएडा – 305
- अलीगढ़ – 650
- मुरादाबाद – 816
- बरेली – 634
- हरदोई – 857
- इटावा – 505
- कानपुर – 555
- झांसी – 215
- लखनऊ – 880
- अयोध्या – 378
- देवीपाटन – 317
- चित्रकूट – 404
- प्रयागराज – 605
- आज़मगढ़ – 446
- गोरखपुर – 851
- वाराणसी – 879
इन बसों ने बहनों को उनके भाइयों तक सुरक्षित और सहज पहुंचाया।
मुख्यमंत्री ने की प्रशंसा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवहन निगम की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल महिलाओं के सम्मान, स्वाभिमान और सुरक्षा की दिशा में प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि उनकी मेहनत और समर्पण से लाखों परिवारों का रक्षाबंधन पर्व सफल और यादगार बना।
2017 से बनी परंपरा
यह परंपरा वर्ष 2017 से शुरू हुई, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षाबंधन पर महिलाओं के लिए 24 घंटे की मुफ्त यात्रा की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बना। तब से यह पहल लगातार जारी है और हर साल इसमें बढ़ोतरी होती रही है।
- 2017 में 11,16,332 महिलाएं
- 2018 में 11,69,226
- 2019 में 12,04,085
- 2020 में 7,36,605
- 2021 में 9,63,466
- 2022 में 22,32,322
- 2023 में 29,29,755
- 2024 में 19,78,403 महिलाओं ने इसका लाभ लिया।
वर्ष 2025 में यह संख्या दोगुने से भी अधिक बढ़कर 63 लाख तक पहुंच गई।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल
रक्षाबंधन पर महिलाओं को निःशुल्क यात्रा की सुविधा देकर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वह महिला सशक्तिकरण और जनकल्याण के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। इस पहल ने न केवल बहनों के चेहरे पर मुस्कान लाई बल्कि उनके परिवारों को आर्थिक रूप से भी राहत दी।
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह का कहना
रक्षाबंधन पर मुफ्त बस सेवा उत्तर प्रदेश सरकार की दूरदर्शिता, जनहितकारी सोच और महिला सम्मान के प्रति प्रतिबद्धता का जीवंत उदाहरण है। यह पहल अब केवल परिवहन सुविधा न रहकर भाई-बहन के रिश्ते को और गहरा बनाने वाली सामाजिक परंपरा बन चुकी है। आने वाले वर्षों में यह सुविधा प्रदेश की संस्कृति और उत्सव का अभिन्न हिस्सा बनी रहेगी।



