लखनऊ

ठंड से कांपते बच्चों की डीएम लखनऊ से गुहार—डीएम अंकल, पहले वाले अंकल तो ठंड पड़ते ही छुट्टी करते थे आप कयय नही

ठंड से कांपते बच्चों की गुहार—डीएम अंकल, हम तो बच्चे हैं… हमें भी ठंड लगती है

बढ़ती ठंड को लेकर लखनऊ के बच्चों और अभिभावकों की डीएम से छुट्टी की अपील

लखनऊ।
राजधानी लखनऊ में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बीच अब बच्चों की आवाज़ सीधे जिला प्रशासन तक पहुंच रही है। मासूम बच्चों की फरियाद दिल को छू लेने वाली है— “डीएम अंकल, हम तो बच्चे हैं… हमें ठंड लगती है।”
पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा ने बेहद मासूमियत से सवाल किया—

“डीएम अंकल के भी तो बेबी होंगे, फिर हमारे स्कूलों में छुट्टी क्यों नहीं हो रही?”

बच्ची का कहना है कि ठंड और कोहरा इस कदर बढ़ चुका है कि सुबह स्कूल जाना किसी खतरे से कम नहीं।

🧣 क्लास में ठिठुरते बच्चे, हीटर तक नहीं

अभिभावकों का आरोप है कि कई स्कूलों में न तो रूम हीटर की व्यवस्था है और न ही ठंड से बचाव के पर्याप्त इंतजाम। बच्चे कक्षाओं में ठिठुरते हुए पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
कई माता-पिता का कहना है कि प्रशासन ने सिर्फ स्कूल खुलने का समय थोड़ा बढ़ा दिया, लेकिन बच्चों की सेहत और सुरक्षा पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया।

👨‍👩‍👧 समाजसेवियों और अभिभावकों की एकजुट मांग

लखनऊ के समाजसेवी विवेक शर्मा सहित तमाम अभिभावकों ने जिलाधिकारी लखनऊ से अपील की है कि बढ़ती ठंड को देखते हुए स्कूलों में अवकाश घोषित किया जाए, खासकर प्राथमिक और जूनियर कक्षाओं के लिए।
अभिभावकों का आरोप है कि
“जिला प्रशासन कान में रुई डाले बैठा है, बच्चों की परेशानी किसी को नजर नहीं आ रही।”

❓ बड़ा सवाल— क्या बच्चों की सेहत से बड़ा कुछ और है?
जब ठंड और कोहरा आम जनजीवन को प्रभावित कर रहे हैं, तो सवाल उठता है कि
क्या बच्चों की जान जोखिम में डालकर स्कूल चलाना ज़रूरी है?
अब देखना यह है कि बच्चों की इस मासूम अपील पर जिला प्रशासन कब तक संवेदनशील रुख अपनाता है।

स्टार न्यूज़ भारत से
✍️ रितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट

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