क्या ऐसे बनेगा लखनऊ जीरो वेस्ट सिटी? जानकीपुरम सेक्टर-J की सड़कों पर कूड़े का अंबार,
📰 क्या ऐसे बनेगा लखनऊ जीरो वेस्ट सिटी?
जानकीपुरम सेक्टर-J की सड़कों पर कूड़े का अंबार, स्वच्छता अभियान पर उठे सवाल
लखनऊ। नगर निगम लखनऊ द्वारा ‘जीरो वेस्ट सिटी’ बनने के दावों की पोल जानकीपुरम द्वितीय वार्ड के सेक्टर-J में खुलती नजर आ रही है। कभी साफ-सुथरी और चमचमाती रहने वाली यह डिवाइडर रोड आज कूड़े का डंपिंग ज़ोन बन चुकी है। स्थानीय निवासी गंदगी और बदबू के बीच रहने को मजबूर हैं। चारों ओर बीमारी फैलाने वाले जानवर घूमते रहते हैं और हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
इलाके के लोगों का कहना है कि नगर निगम करोड़ों रुपये टैक्स के रूप में वसूलता है, लेकिन बुनियादी साफ-सफाई तक मुहैया नहीं करा पा रहा। खास बात यह है कि इस अस्थायी पड़ाव घर को ढकने या नियमित सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके बावजूद नगर निगम अपने स्वच्छता कार्यों की पीठ थपथपाने से पीछे नहीं हटता।
कूड़ा कलेक्शन के बावजूद निजी ठेले वाले करते हैं डंपिंग
सूत्रों के अनुसार, लखनऊ में घर-घर से कूड़ा कलेक्शन की जिम्मेदारी नगर निगम के पास है, लेकिन इसके बावजूद निजी ठेले वाले कथित तौर पर सरकारी पड़ाव घर पर पैसे देकर कूड़ा फेंकते हैं। इससे न सिर्फ कूड़ा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं, बल्कि इससे निगम की कार्यप्रणाली की पारदर्शिता भी संदिग्ध हो जाती है।
अब बड़ा सवाल यह है कि स्वच्छता अभियान को लेकर बड़े-बड़े दावे करने वाली नगर निगम की महापौर और नगर आयुक्त इस गंभीर समस्या पर क्या कदम उठाएंगे? क्या जानकीपुरम सेक्टर-J के लोगों को गंदगी और बदबू से निजात मिलेगी या फिर ये दावे सिर्फ कागज़ों तक ही सीमित रहेंगे?



