Lucknow:नगर आयुक्त ने सबसे बड़े फिसड्डी जोन-3 की लगाई क्लास, समीक्षा बैठक में जताई नाराजगी

_रितेश श्रीवास्तव_
लखनऊ नगर निगम के नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने आज सुबह जोन 3 के कार्यालय में समीक्षा बैठक की, जहां उन्होंने कर वसूली और कर निर्धारण में अनियमितताओं को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। नगर आयुक्त ने जोन 3 को निगम के आठों जोनों में सबसे बड़े फिसड्डी के रूप में चिन्हित किया है, जो न सिर्फ कर वसूली में असफल रहा है, बल्कि गंदगी और शिकायतों के निपटान में भी नंबर 1 बना हुआ है।
नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह नगर निगम के 1 हजार करोड़ रुपये के गृहकर वसूली के लक्ष्य को लेकर लगातार मेहनत कर रहे हैं, लेकिन जोन 3 के अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह जोन अब तक सुधारने का नाम नहीं ले रहा। नगर आयुक्त ने बैठक के दौरान कड़ी चेतावनी दी और कहा कि इस वित्तीय वर्ष में जोन 3 से जो अपेक्षाएँ की गई थीं, वह पूरी नहीं हो पाई हैं।
नगर आयुक्त ने निर्देश दिए कि 31 मार्च तक किसी भी भवन के परिवर्तन और परिवर्धन के कर निर्धारण में कोई छूट न दी जाए और 15 जनवरी तक अनावासीय भवनों से शत-प्रतिशत कर वसूली की जाए। इस समीक्षा बैठक में अपर नगर आयुक्त, जोनल अधिकारी, कर अधीक्षक और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
नगर आयुक्त की इस बैठक से साफ संकेत मिल रहा है कि जोन 3 में सुधार लाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
👉जोन-3 ने इस वित्तीय वर्ष में कर वसूली और कर निर्धारण में जो अनियमितताओं की मिसाल पेश की है, वह बाकी जोनों को भी शर्मिंदा कर सकती है। नगर आयुक्त ने जोन-3 को न केवल कर वसूली में सबसे असफल घोषित किया, बल्कि गंदगी और शिकायतों के निस्तारण में भी इसे *”चैंपियन ऑफ द ईयर”* घोषित किया।
नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह लखनऊ नगर निगम के 1,000 करोड़ रुपये के गृहकर वसूली लक्ष्य को लेकर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ, जोन-3 के अधिकारी शायद इस लक्ष्य को फिल्म की कहानी समझकर अनदेखा कर रहे हैं। जब पूरे शहर को स्वच्छ और समृद्ध बनाने का सपना देखा जा रहा है, तब जोन-3 ने “ख्वाबों में हो रही मेहनत” का नया ट्रेंड शुरू कर दिया है।